अयोध्या में बना रहे श्री राम जन्मभूमि मंदिर की सुरक्षा और राष्ट्रपति और संसद भवन के तर्ज पर की जाएगी. देश की विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के साथ सीआईएसएफ ने इसके लिए एक सुरक्षा प्लान तैयार किया है, जिसमें फिजिकल सिक्योरिटी के बजाय आधुनिक सुरक्षा उपकरणों और तकनीक का समावेश है. यानि अयोध्या और श्री राम जन्मभूमि मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को न सिर्फ अपग्रेड किया गया है बल्कि उसे पूरी तरह बदल भी दिया गया. यह सुरक्षा व्यवस्था न सिर्फ हाईटेक है बल्कि इसमें देश की कई सुरक्षा एजेंसी का समिश्रण भी है.
अयोध्या हमेशा संवेदनशील स्थानों में रहा है. अब जब भव्य राम जन्मभूमि मंदिर बन रहा है और अयोध्या में लोगों की आवाजाही हजारों से रोज लाखों में पहुंच रही हैं, तो ऐसे में अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था को पूरी तरह नया स्वरूप दिया जा रहा है. सुरक्षा का यह प्लान पूरी तरह तैयार हो गया है और अब इसको अमली जामा पहनाया जा रहा है. जिसमें मुख्य रूप से आठ बिंदुओं पर फोकस किया गया है.
मॉर्डन सिक्योरिटी इक्विपमेंट का इस्तेमाल
बताया गया है कि फिजिकल बंदूकधारी के बजाय मॉर्डन सिक्योरिटी इक्विपमेंट का इस्तेमाल किया जाएगा. मॉर्डन सिक्योरिटी इक्विपमेंट्स लगाए जाएंगे. अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ CISF ने पूरी सुरक्षा व्यवस्था का आकलन किया है. इस प्लान को भीड़ और थ्रेट परसेप्शन देखते हुए प्लान बनाया गया है. इसी के साथ श्री राम मंदिर सुरक्षा के लिए स्थानीय पुलिस खुफिया एजेंसी के साथ साथ अलग अलग एजेंसियों से इनपुट लिया गया है.
एडीजी पीयूष मोडिया का यह है कहना
उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग के एडीजी पीयूष मोडिया ने बताया है ''श्रीराम मंदिर की सिक्योरिटी प्लानिंग पहले से बनी हुई थी. अब उसमें काफी संशोधन किया गया और नई सिक्योरिटी प्लानिंग तैयार की गई है. अब पूरा लेआउट तब्दील किया गया है. नए प्रवेश द्वारों पर नाइंथ मार्क के हिसाब से चेकिंग की जा रही है. हमने समिति सुरक्षा विवेचना इस प्रकार से बनाई है कि अयोध्या में होने वाले सभी कार्यक्रमों को आने वाले लोगों को 100 फीसदी सुरक्षा प्रदान की जा सके.''
आईजी अयोध्या रेंज ने कही यह बात
अयोध्या रेंज के आईजी प्रवीण कुमार ने कहा कि सिक्योरिटी ढांचे में तकनीक का भी यूज किया जा रहा है. अयोध्या में होने वाले समूचे कार्यक्रम में सबका इनपुट लेकर के वृहद आयोजन में अपनी भूमिका अदा करेंगे. राम मंदिर कार्यक्रम को लेकर खासी तैयारी जारी है. बदलाव सतत् प्रक्रिया है. जो जारी रहती है. सुरक्षा के लिहाज से प्लान तैयार किया गया है. उन्होंने आगे कहा कि आम व्यक्ति, पर्यटक श्रद्धालु जो भी हो उसे कोई असुविधा न हो इसके लिए व्यवस्था कर रहे हैं.
नए सुरक्षा प्लान में क्या-क्या है?
श्रीराम मंदिर के नए सुरक्षा प्लान में श्री राम जन्मभूमि मंदिर के अतिरिक्त अयोध्या के संवेदनशील स्थलों की सुरक्षा पर भी खास ध्यान दिया गया है. अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुएक्राउड मैनेजमेंट प्रोसीजर किस तरह का होगा इस पर खासा ध्यान दिया गया है.
इमरजेंसी के दौरान सिक्योरिटी सॉल्यूशन क्या होगा, इन सभी बिंदुओं के साथ-साथ त्वरित फायर ब्रिगेड पहुंचने की सुविधा और आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई जैसे प्रमुख बिंदुओं को शामिल किया गया है.इसके अलावा अलग-अलग स्तर पर खुफिया सूचना प्राप्त करने के लिए प्रदेश और देश की कई सुरक्षा एजेंसियों के बीच तालमेल स्थापित किया गया है.
यही नहीं समय-समय पर संवेदनशीलता के स्तर को रखने के लिए भी व्यवस्था की गई है और किसी आपात स्थिति में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई किस तरह की जाए इस पर भी खास ध्यान दिया गया है.