पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर नेपाल के रास्ते 13 मई को ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा थाना इलाके में अपने प्रेमी सचिन के पास पहुंची थी. सचिन ने रबूपुरा इलाके के ही अंबेडकर गांव में एक कमरा किराए पर लिया और वहीं सीमा व उसके चार बच्चों के साथ रहने लगा. कुछ दिन बाद वो सीमा को अपने घर ले गया.
महिला के पाकिस्तानी होने की सूचना पर इलाके में सुगबुगाहट शुरू हो गई और पुलिस को भी इसकी जानकारी मिली. इसके बाद नोएडा पुलिस ने 4 जुलाई को बल्लभगढ़ से उसे अरेस्ट किया और जेल भेज दिया था. 7 जुलाई को जेवर कोर्ट ने उसे कुछ हिदायतों और शर्तों के साथ जमानत पर रिहा किया था.
'इसको लेकर विवाद इतना बढ़ जाता था'
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीमा किराए के जिस मकान में रह रही थी, उसके मालिक का कहना है कि सीमा और सचिन के बीच कभी-कभी बहुत विवाद होता था. सीमा बीड़ी पीती थी. सचिन इसका विरोध करता था. मगर, वो मानती नहीं थी. इसको लेकर विवाद इतना बढ़ जाता था कि सचिन उसे पीटता भी था.
सिंध प्रांत की रहने वाली है सीमा
पुलिस के मुताबिक, सीमा हैदर पाकिस्तान के सिंध प्रांत के जैस्माबाद की रहने वाली है. साल 2014 में उसकी शादी गुलाम रजा के साथ हुई थी. उसकी तीन बेटियां और एक बेटा है. सबसे बड़ी बेटी की उम्र महज 7 साल है. गुलाम हैदर कराची में अपने परिवार के साथ रहता था और वहां पर टाइल्स लगाने का काम करता था. वो 2019 में काम के सिलसिले में सऊदी अरब चला गया था.
पब्जी खेलने के दौरान सीमा को हुआ प्यार
गुलाम के विदेश जाने के बाद सीमा मोबाइल में ज्यादा वक्त बिताने लगी. उसका ज्यादा टाइम पब्जी खेलने में बीतने लगा. 2019 में पबजी खेलते वक्त सीमा की बात गौतम बुध नगर के रहने वाले सचिन से हुई. इसके बाद दोनों के बीच बातचीत बढ़ गई और दोनों इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप पर चैटिंग होनी लगी और धीरे-धीरे दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ गईं.
इसके बाद सीमा ने कई बार सचिन से मिलने की कोशिश की. मगर उसकी कोशिश पहली बार मार्च 2023 में सफल हुई. मार्च महीने में सीमा कराची से निकली और काठमांडू पहुंची. इधर सचिन भी ग्रेटर नोएडा से काठमांडू पहुंच गया. दोनों काठमांडू के एक होटल में रुके.
कराची में एक ट्रैवल एजेंट से संपर्क किया
इसके बाद सीमा पाकिस्तान चली गई और सचिन ग्रेटर नोएडा लौट आया. इसी दौरान दोनों ने साथ रहने का मन बना लिया था. नेपाल से वापस कराची लौटने के बाद सीमा ने कराची में एक ट्रैवल एजेंट से संपर्क किया. उसने ट्रैवल एजेंसी से पूछा कि वो किस तरह से अपने चार बच्चों के साथ हिंदुस्तान जा सकती है.
उसे पता चला कि नेपाल के रास्ते वो हिंदुस्तान आसानी से दाखिल हो सकती है. हालांकि, नेपाल तक जाने के लिए उसे बच्चों के पासपोर्ट की जरूरत थी. इन सबमें अच्छा-खासा पैसा भी खर्च होने वाला था. इसलिए सीमा ने अपनी एक जमीन बेच दी. फिर चारों बच्चों का पासपोर्ट बनवाया और पाकिस्तान से काठमांडू पहुंची. वहां से बस से दिल्ली पहुंच गई. 13 मई को वो रबूपुरा इलाके में पहुंची थी.