पाकिस्तान से भारत आई सीमा हैदर इन दिनों सुर्खियों के साथ ही शक के घेरे में है. यूपी एटीएस ने उससे पूछताछ की है. इसके बाद सीमा ने मीडिया के सामने बेबाकी से अपनी बात रखी. उसने बताया कि एटीएस ने किस तरह उससे पूछताछ की. इसके साथ ही सीमा ने 6 पासपोर्ट, टूटे मोबाइल, पिता और भाई को लेकर उठ रहे सवालों पर भी जवाब दिया.
सीमा ने कहा कि ATS ने हर छोटी-छोटी चीज पूछी. यही कहूंगी कि इस मामले में हर चीज को ज्यादा पूछा गया. पाकिस्तानी महिला ने कहा, "मुझसे सबसे पहले पाकिस्तान एयरपोर्ट पर पूछताछ हुई थी. मेरे पास टिकट, वीजा सब कुछ लीगल था. अब झूठ कहा जा रहा है कि मैंने 8 मई को वीजा और पासपोर्ट बनवाया था. मेरा पासपोर्ट पहले बना था".
'इस वजह से मैंने दोबारा पासपोर्ट बनवाया था'
6 पासपोर्ट होने के सवाल पर सीमा ने कहा, "इसमें चार पासपोर्ट बच्चों के हैं और दो मेरे. इसमें से मेरे एक पासपोर्ट में सरनेम नहीं था. इस वजह से नेपाल से मुझे वीजा नहीं मिला था. इस वजह से मैंने दोबारा पासपोर्ट बनवाया था".
सीमा ने आगे कहा, "मेरे पापा को मेरा बॉयफ्रेंड कहा जा रहा है. भाई को मेरा पति बताया जा रहा है. इतना ही नहीं और न जाने किसको क्या-क्या बना दिया गया. ये बहुत गलत है. इसी दुख की वजह से मीडिया के सामने नहीं आना चाहती थी. मेरे बारे में बहुत गलत बोला जा रहा है. मेरी रिक्वेस्ट है कि मेरे बाप को बाप रहने दें, बॉयफ्रेंड न बनाएं. भाई को भाई ही रहने दें".
'इसके अलावा भारत आने का कोई मकसद नहीं'
सचिन की प्रेमिका ने कहा, "ये सरासर झूठ है कि मेरे पास तीन आधार कार्ड हैं. मेरा एक ही आधार कार्ड है. इसके अलावा एक पापा का, एक पूर्व पति का है. मैंने पहले भी कहा था. भारत आने का मेरा मकसद केवल प्यार था. इसके अलावा कुछ भी नहीं और न कुछ हो भी सकता है".
सीमा ने कहा कि वो पाकिस्तान नहीं जाना चाहती. भारत में उसे मरना और जेल भी कबूल है. भारत में ही उसका फ्यूचर है. बस यहां की नागरिकता मिल जाए. एटीएस की पूछताछ में सीमा हैदर ने कहा कि उसने साल 2019 के बाद ही PUBG खेलना शुरू कर दिया था, तब बातों-बातों में हिंदी भाषा बोलनी सीख ली क्योंकि भारत के पढ़े-लिखे लड़कों संग वो पबजी खेलती थी.
'अर्थ, अनर्थ, शरण, जैसे शब्द बोलने कैसे सीखे'
सूत्रों का कहना है कि एटीएस ने सीमा हैदर से जब पूछा कि अर्थ, अनर्थ, शरण, जैसे शब्द बोलने कैसे सीखे और उच्चारण बिल्कुल किसी उत्तर भारतीय की तरह कैसे सीखा? तो जवाब में सीमा ने फिर वही दोहराया कि सचिन से ही उसने यहां की भाषा सीखी.
फिर तुम्हें इसकी ट्रेनिंग किसने दी?
इसके बाद पूछा गया कि सचिन मीणा तो खुद अच्छी तरह से हिंदी नहीं बोल पाता, वो पश्चिमी उत्तर प्रदेश की बोली बोलता है, तो फिर तुम्हें इसकी ट्रेनिंग किसने दी? इस पर सीमा ने चुप्पी साध ली. हालांकि, वो अपनी सफाई में बोलती रही कि उसे किसी ने ट्रेनिंग नहीं दी है. वो तो सरहद पार से सिर्फ और सिर्फ अपनी मोहब्बत यानी सचिन के लिए आई है.
कोई अब भी उसकी मदद कर रहा है?
एटीएस सूत्रों की मानें तो सीमा ने अब तक की पूछताछ में एटीएस के सारे सवालों के जवाब बेबाकी से दिए हैं. ठीक उसी तरह जैसे वो अब तक मीडिया से खुल कर बात करती रही थी. ऐसे में एटीएस ये समझने की कोशिश कर रही है कि कहीं ऐसा तो नहीं कि किसी ने सीमा को ट्रेनिंग देकर कर भारत रवाना किया और कहीं ऐसा तो नहीं कि कोई अब भी उसकी मदद कर रहा है?