सीएम योगी के बयान, 'आर्य समाज फिर से घर वापसी का कार्यक्रम शुरू करे...' पर समाजवादी पार्टी सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने प्रतिक्रिया दी है. बर्क ने कहा, जहां तक मुख्यमंत्री के बयान का ताल्लुक है तो इनकी सोच एंटी-सोसाइटी है. न कि समाज सुधार करने वाली. इस किस्म की बातें करके लोगों को झूठी तसल्ली देने का काम करते हैं.
सांसद बर्क ने कहा कि वो जमाना गुजर गया जब अंग्रेजों और मुगलों का दौर था. क्या आप इस तरह के बयान देकर कोई बदला लेना चाहते हैं. इस तरह की बयानबाजी करना बिल्कुल ठीक नहीं है. ये करने के बजाय समाज को और हिंदुस्तान को देखना चाहिए कि क्या-क्या कमियां हैं. लोग बेरोजगार हो रहे हैं. बेरोजगारी बढ़ रही है. भुखमरी बढ़ रही है. रोजगार बंद हो रहे हैं.
'सीएम को इसका ख्याल बिल्कुल नहीं'
सांसद ने कहा कि बेसिक और जूनियर के टीचर रैलियां निकाल रहे हैं. मगर सीएम को इसका ख्याल बिल्कुल नहीं है. पुरानी बातों को निकालकर चुनाव की तैयारी करने में लगे हुए हैं. मगर, इस तैयारी से बीजेपी बच नहीं पाएगी बल्कि शिकस्त होगी.
'प्रेक्टिकल काम करिए और समाज को देखिए'
बर्क ने कहा कि इस वक्त पूरा विपक्ष एकजुट हो चुका है. जनता अब हमारे साथ है. अगर काम करना है तो प्रेक्टिकल काम करिए और समाज को देखिए. जब रोजगार और आमदनी नहीं होगी तो मुल्क तरक्की नहीं करेगा.
'ऐसा कर पाने में कामयाब नहीं होंगे'
सांसद बर्क कहा कि जिस तरह आर्य समाज से अपील की जा रही है तो यह ऐसा कर पाने में कामयाब नहीं होंगे. सारी जनता इनके खिलाफ है. इन लोगों के इन कामों से पूरे मुल्क में अफरा-तफरी मच हुई है.
क्या कहा था सीएम योगी ने?
दरअसल, सीएम योगी बुधवार को आर्य समाज के स्वर्ण जयंती कार्यक्रम में शामिल होने बस्ती पहुंचे थे. इस दौरान सीएम योगी ने कहा, देश में जब बड़े पैमाने पर धर्मांतरण कराया जा रहा था, तो उस समय सबसे पहले आर्य समाज ने घर वापसी कराकर उसका जवाब दिया था. उन्होंने कहा, जब अंग्रेजों ने भारतीयों पर तुष्टीकरण की नीति थोपी, तब आर्य समाज ने देश में वैदिक आंदोलन की शुरुआत की. एक समय था जब बस्ती से कराची तक आर्य समाज का बोलबाला था.
सीएम योगी ने अपील की कि आर्य समाज फिर से घर वापसी का कार्यक्रम शुरू करे, ताकि वैदिक शिक्षा से अधिक से अधिक लोग जुड़ सकें. उन्होंने कहा, आर्य समाज ने धर्मांतरण जैसे घिनौने और अनैतिक कार्य को रोकने में अहम भूमिका निभाई थी.