प्रयागराज में 15 अप्रैल को मारे गए माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन का एक पुराना वीडियो सामने आया है. इसमें वो अतीक अहमद का जेल से भेजा गया लेटर पढ़ती दिख रही है. बताया जा रहा है कि ये वीडियो उस समय का है जब शाइस्ता परवीन ने ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) जॉइन की थी. इस दौरान शाइस्ता चकिया इलाके में एक जनसभा को संबोधित कर रही थी.
जनसभा में अपने बेटों साथ खड़ी शाइस्ता अपने शौहर अतीक अहमद का लिखा लेटर पढ़ रही थी. इसमें वह समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर यह आरोप लगा रही थी कि उनकी वजह से अतीक जेल गए थे. इतना ही नहीं, जो जमीन सरकार ने जब्त की थी, उसकी इजाजत भी सपा सरकार ने ही दी थी. देखें Video:-
'धीरे-धीरे सपा को पूरे मंडल में मजबूत कर दिया'
आगे ये कहती सुनाई दे रही है कि सपा को कौशाम्बी, प्रतापगढ़ और इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में कोई जानता तक नहीं था. धीरे-धीरे सपा को पूरे मंडल में मजबूत कर दिया. वीडियो में शाइस्ता बीजेपी और बसपा पर भी आरोप लगाती सुनाई दे रही है.
रोज मोबाइल फोन और सिम बदलती है शाइस्ता
उमेश पाल हत्याकांड के बाद से शाइस्ता परवीन फरार है. पुलिस लगातार उसकी तलाश में जुटी हुई है और वो अपना ठिकाना बदल रही है. 19 फरवरी के बाद से वह किसी सीसीटीवी या किसी इलाके में नहीं देखी गई. कहा जा रहा है कि शाइस्ता न सिर्फ रोज अपना ठिकाना बदल रही है, बल्कि रोज मोबाइल फोन और सिम भी बदलती है.
4 राज्यों में छापेमारी कर रही पुलिस
खबर ये भी है कि उमेश पाल हत्याकांड में शामिल शूटर साबिर शाइस्ता का साया बनकर हिफाजत कर रहा है. साबिर के साथ ही अतीक की बहन आयशा नूरी भी शाइस्ता के ही साथ है. पुलिस चार राज्यों में उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है. इसमें यूपी के कौशांबी, ग्रेटर नोएडा, मेरठ, दिल्ली के ओखला, महाराष्ट्र के मुंबई और पश्चिम बंगाल के कुछ ठिकानों पर छापा मारा है. यही नहीं, 20 से ज्यादा ऐसे लोगों को चिन्हित किया गया, जिन पर शक है कि उन्होंने शाइस्ता को छिपने में मदद की है.
उमेश पाल हत्याकांड में शाइस्ता रही सूत्रधार
आरोप है कि उमेश पाल हत्याकांड में शाइस्ता ने सूत्रधार की भूमिका निभाई थी. सभी शूटर्स को पैसे देने से लेकर मोबाइल और सिम उपलब्ध कराने तक की जिम्मेदारी उसके ही कंधों पर थी. ऐसे में जब अतीक और अशरफ का मर्डर व असद एनकाउंटर में मारा गया है तो अब शाइस्ता ही वो कड़ी है जो अतीक के आपराधिक नेटवर्क की जानकारी दे सकती है.
15 अप्रैल को हुई थी अतीक और अशरफ की हत्या
बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी अतीक और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. दोनों को प्रयागराज में मेडिकल कॉलेज के पास तीन हमलावरों ने मौत के घाट उतार दिया था. ये हमला उस वक्त हुआ था, जब अतीक का भाई अशरफ मीडिया के सवालों का जवाब देने के लिए आगे बढ़ा था.
गुड्डू मुस्लिम को लेकर अशरफ केवल इतना ही कह पाया था, ''मेन बात ये है कि गुड्डू मुस्लिम..'' तभी एक हमलावर ने अतीक के सिर में पिस्टल सटाकर गोली दाग दी. इतना ही नहीं, उसके अन्य दो साथियों ने दोनों को निशाना बनाकर कई राउंड और फायरिंग की. इसके बाद पुलिस के सामने हाथ उठाकर सरेंडर भी कर दिया था. पुलिस ने हमलावरों को पकड़ लिया था. जिनकी पहचान लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्य के रूप में हुई थी.