UP News: प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम देने वाले शूटरों को लेकर नई खबर सामने आई है. सूत्रों की मानें तो उमेश पाल की जान लेने वाले शूटर तकरीबन 2 घंटे तक प्रयागराज में ही छिपे रहे थे. उनको प्रयागराज से निकालने के लिए दोपहर में ही बैकअप प्लान की 2 फॉर्च्यूनर गाड़ियां पहुंचा दी गई थीं. हत्याकांड को अंजाम देने के 2 घंटे बाद आरोपी उन्हीं फॉर्च्यूनर से भागने में कामयाब रहे. उसी रात 8 बजे के लगभग एक फॉर्च्यूनर कार रायबरेली टोल पर लगे एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. वहीं, पुलिस अब तक आरोपियों तक नहीं पहुंच सकी है.
उमेश पाल हत्याकांड को पूरा एक हफ्ता बीत चुका है. सरेआम गोलियां बरसाने वाले शूटर तो नहीं पकडे गए लेकिन इस हत्याकांड के बाद से माफिया अतीक अहमद पर मुसीबतों का साया मंडराने लगा है. भाई, बच्चों और पत्नी समेत अतीक पर केस दर्ज हुए और उससे जुडे कई लोगों की पुलिस ने जमकर खबर ली. यूपी एसटीएफ अतीक के गुरगों पर लगातार शिकंजा कस रही है.
7 किरदार, कब होंगे गिरफ्तार?
अतीक अहमद- माफिया डॉन
खालिद अजीम उर्फ अशरफ- अतीक का भाई
शाइस्ता परवीन- अतीक की पत्नी
मोहम्मद असद – अतीक का बेटा
अरबाज़ - अतीक का ड्राइवर
गुड्डू मुस्लिम – अतीक का बमबाज
गुलाम - अतीक का शूटर
शाबिर – अतीक का शूटर
सदाकत खान - साजिशकर्ता
प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड का सारा किस्सा बस इन्हीं किरदारों के इर्द-गिर्द घूम रहा है. ये अतीक अहमद और उससे वास्ता रखने वाले वो किरदार हैं जिनकी पहचान उत्तर प्रदेश की एसटीएफ ने प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड के बाद की है. सिर्फ इतना ही नहीं, इन तमाम किरदारों का उस हत्याकांड या उसके बाद क्या क्या रोल रहा, उसका भी खुलासा पुलिस कर चुकी है.
प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड में अबतक पुलिस और यूपी STF की नजर में आ चुके आरोपियों पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है. देखें, प्रयागराज शूटआउट का Video:-
गुजरात के अहमदाबाद की साबरमती जेल में बंद उत्तर प्रदेश का माफिया डॉन अतीक अहमद के इशारों पर ही प्रयागराज में गोलीकांड हुआ और उमेश पाल की हत्या हुई. उत्तर प्रदेश एसटीएफ की अब तक की तफ्तीश यही कहती है कि हत्या की साजिश गुजरात की साबरमती जेल में बंद पूर्व सांसद अतीक अहमद ने रची थी, और जिसे अंजाम तक पहुंचाने के लिए अतीक ने अपने भाई और अपने खासमखास गुर्गों की मदद ली.
खालिद अजीम उर्फ अशरफ: एसटीएफ की टीम ने जेल में बंद माफिया अतीक अहमद के भाई और हत्याकांड में नामजद आरोपी खालिद अजीम उर्फ अशरफ से पूछताछ के लिए जेल प्रशासन से संपर्क साधा, क्योंकि एसटीएफ को मिले सुराग के मुताबिक प्रयागराज में जो गोली उमेश पाल पर चली, उसको चलाने का हुक्म बरेली की सेंट्रल जेल से ही निकल कर गया था.
अशरफ दो साल से जिला जेल (सेंट्रल जेल-2) में बंद है, और खबर है कि पिछले कुछ अरसे के दौरान अशरफ से जेल में करीब 55 लोगों ने मुलाकात की. पुलिस के रडार में वो सभी लोग हैं, जो अशरफ से मिले. सीधे तौर पर जिन लोगों को पुलिस घेरने की कोशिश करके इस हत्याकांड के केस को सुलझाना चाहती है, उनमें अब सबसे अहम किरदार है:- शाइस्ता परवीन.
शाइस्ता परवीन: शाइस्ता परवीन हत्याकांड के बाद 24 घंटे तक तो सामने रही और उसने बाकायदा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक चिट्ठी भी लिखी. जिसमें उसने अपने बच्चों और पति को बचाने की गुहार लगाई है. लेकिन जब उसने उत्तर प्रदेश पुलिस की एसटीएफ को एक्शन में आता देखा तो वो भी अंडरग्राउंड हो गई.
प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड में अब साजिश के सूत्रधारों के चेहरों से नकाब हटते जा रहे हैं. एसटीएफ का कहना है कि हत्याकांड मे मौके पर अतीक का एक बेटा असद खुद गोलियां चला रहा था. असद का नाम भी रिपोर्ट में शामिल किया गया है. अतीक का कमोबेश पूरा कुनबा नामजद हो चुका है.
प्रयागराज की इस साजिश में एक तरफ तो वो किरदार हैं जिन्होंने पर्दे के पीछे से काम किया, लेकिन कुछ ऐसे किरदार हैं जो सामने आकर साज़िश को अंजाम देते दिखाई दिए...
अतीक अहमद का बेटा असद: हत्याकांड के बाद घटनास्थल से मिले सीसीटीवी फुटेज में सफेद क्रेटा कार को रोककर अचानक डाइवर वाली सीट की तरफ से एक शख्स बाहर निकलता है. नीली जींस और काली शर्ट पहने ये शख्स गाडी से उतरते ही कमर से अपनी पिस्टल निकालता है और फिर दौड़ पड़ता है. दूसरे कैमरे में कैद हुई तस्वीर में नीली जींस और काली शर्ट पहने वही शख्स हाथ में पिस्टल लिए फायरिंग करता हुआ गली में घुसता है. फिर कुछ पल बाद वो गली से बाहर भी निकल आता है. और इसके साथ ही सभी हमलावर मौके से भाग जाते हैं.
नीली जींस और काली कमीज पहने इस शख्स को करीब से देखना जरूरी है, इसलिए क्योंकि बिना रिकॉर्ड पर कहे यूपी पुलिस हर एक से ऑफ द रिकॉर्ड यही कह रही है कि नीली जींस और काली कमीज पहना ये शख्स कोई और नहीं बल्कि अतीक अहमद का बेटा असद अहमद है. असद का अभी तक कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं है. वह सेंट जोसेफ कॉलेज का छात्र है. असद बहुत कम उम्र से ही तेज रफ्तार में गाड़ियां चलाने लगा था.
बमबाज़ गुड्डू मुस्लिम: प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में GT रोड पर एक जगह जैसे ही उमेश पाल की गाड़ी रुकी तो अचानक कई हमलावर गोलियां बरसाते नज़र आने लगे. इन्हीं गोलियों की बरसात के बीच अचानक एक ज़ोरदार धमाका हुआ और कार के आस पास का सारा इलाका धुएं में छुप गया. मगर सीसीटीवी कैमरे की आंखें खुली रहीं और उसी में एक ऐसा शख्स कैद हुआ, जो बड़ी ही अलग स्टाइल में बम फेंक रहा था. सफेद शर्ट पहने बम फेंकने वाले का नाम गुड्डू मुस्लिम है, जिसे अतीक के गैंग में बमबाज भी कहा जाता है. सवाल उठता है कि आखिर ये गुड्डू मुस्लिम कौन है और अतीक अहमद के साथ उसका क्या रिश्ता है, जिसे अब उत्तर प्रदेश की पुलिस उमेश पाल हत्याकांड के बाद तलाश रही है.
दरअसल, पति की हत्या के बाद उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने अतीक अहमद और उसके पूरे परिवार समेत गुड्डू मुस्लिम के नाम पर भी केस दर्ज कराया था. FIR के बाद पुलिस ने CCTV फुटेज खंगाले. पता चला कि हमले में बम चलाने वाला गुड्डू मुस्लिम था.
जानिए कौन है बमबाज गुड्डू मुस्लिम?
साज़िशकर्ता सदाकत खान: उत्तर प्रदेश पुलिस के ADG STF अमिताभ यश के मुताबिक जिस साज़िशकर्ता सदाकत खान को गिरफ्तार किया है, वो मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल के कमरा नंबर 36 में रह रहा था. सदाकत उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के बारा गहमर गांव का रहने वाला है. 27 साल के सदाकत ने पुलिस पर हाईकोर्ट का वकील होने की धौंस जमाने की कोशिश की थी. लेकिन जब पुलिस ने उसके कमरा नंबर 36 में तलाशी ली तो इस हत्याकांड से जुड़े कई सबूत पुलिस के हाथ लगे हैं.
गौरतलब है कि प्रयागराज के बहुचर्चित राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके 2 सुरक्षाकर्मियों संदीप निषाद और राघवेंद्र की बीते सप्ताह गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने धूमनगंज थाने में पूर्व सांसद अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, 2 बेटों, अतीक के साथी गुड्डू मुस्लिम, गुलाम मोहम्मद और 9 अन्य साथियों के खिलाफ केस दर्ज कराया था.
एक का हुआ एनकाउंटर
इस घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा था कि उनकी सरकार माफियाओं को मिट्टी में मिला देगी. इसके बाद सोमवार को पुलिस के साथ एनकाउंटर में उमेश पाल हत्याकांड का एक आरोपी अरबाज मारा गया. पुलिस को हत्याकांड में शामिल दूसरे आरोपियों की तलाश है.
कौन थे राजू पाल?
उल्लेखनीय है कि राजू पाल बहुजन समाज पार्टी (BSP) के विधायक थे और साल 2005 में उनकी हत्या कर दी गई थी. उमेश पाल उस हत्याकांड के मुख्य गवाह थे. राजू पाल की हत्या में मुख्य आरोपी माफिया अतीक अहमद गुजरात की जेल में बंद है. (आजतक ब्यूरो)