
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में पकड़े गए मुख्य शूटर शिव कुमार उर्फ शिवा के बारे में नई जानकारी सामने आई है. बताया जा रहा है कि अगर शिवा को गिरफ्तार करने में 2 घंटे की देर होती तो वह बहराइच से बॉर्डर क्रॉस कर नेपाल पहुंच जाता. नेपाल के शमशेर गंज के जंगल में बनी एक गोशाला में शिवा और उसके साथियों के रुकने का इंतजाम था.
बहराइच निवासी शूटर शिव कुमार उर्फ शिवा (20) से पुलिसिया पूछताछ में पता चला है कि बिश्नोई गैंग के कहने पर ही मुंबई में बाबा सिद्दीकी को गोली मारी गई थी. इतना ही नहीं बिश्नोई गैंग के कहे के मुताबिक, सिद्दीकी को गोली मारने के बाद भागते वक्त शूटरों ने किसी पुलिस वाले या आम जन पर गोली नहीं चलाई. क्योंकि, उन्हें आदेश मिला था कि टारगेट सिर्फ और सिर्फ बाबा सिद्दीकी ही है.
मुंबई के बांद्रा में वारदात को अंजाम देने के बाद शिवा बीते सप्ताह छिपते-छिपाते बहराइच पहुंचा था. वह पहले मुंबई से पुणे गया. फिर झांसी, लखनऊ होते हुए बहराइच पहुंचा. रास्ते में उसने सहयात्री के मोबाइल से जो कॉल की थी वो भी नेट कॉलिंग थी. वह नेपाल भागने की फिराक में था. लेकिन इससे पहले पकड़ा गया.
मालूम हो कि बाबा सिद्दीकी (66 साल) महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रहे हैं. उनकी 12 अक्टूबर को मुंबई के बांद्रा पूर्व में तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. वारदात को अंजाम देकर हमलावर (शूटर) मौके से भाग निकले थे.
मामले में पुलिस टीमों का कहना था कि हत्याकांड के बाद आरोपी शिव कुमार उर्फ शिवा की भूमिका के बारे में जानकारी मिल गई थी. हालांकि, वो मौके से फरार हो गया था लेकिन उसके साथी पकड़े गए थे. तभी से पुलिस सिद्दीकी पर गोली चलाने वाले शिवा की लोकेशन ट्रैक करने में जुटी थी.
कहां से गिरफ्तारी हुई?
लखनऊ में यूपी पुलिस के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था और एसटीएफ) अमिताभ यश ने बताया कि यूपी STF और मुंबई क्राइम ब्रांच ने रविवार को शूटर शिव कुमार और उसके सहयोगियों को नेपाल बॉर्डर से 150 किमी दूर बहराइच जिले के नानपारा से गिरफ्तार किया है.
अमिताभ यश का कहना था कि चार अन्य आरोपी अनुराग कश्यप, ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी, आकाश श्रीवास्तव और अखिलेंद्र प्रताप सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है. आरोप है कि चारों ने शिव कुमार को बहराइच में शरण दी और अब नेपाल भगाने में मदद कर रहे थे.
वहीं, मुंबई पुलिस ने दावा किया है कि साबरमती जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई अनमोल जो कनाडा में रह रहा है, वही बाबा सिद्दीकी की हत्या के पीछे है. अनमोल से शूटरों की बात हुई थी और उन्हें मोटा पैसा देने का वादा किया गया था. अभी भी मुख्य साजिशकर्ता शुभम लोनकर (महाराष्ट्र निवासी) और मास्टरमाइंड मोहम्मद जीशान अख्तर (जालंधर) फरार हैं. इन्होंने शूटरों को लॉजिस्टिक सपोर्ट और असलहे आदि मुहैया कराए थे. दोनों की तलाश में पुलिस की टीमें छापामारी कर रही हैं.