उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों में यूपी के मिर्जापुर निवासी अखिलेश कुमार भी शामिल था. पिछले 17 दिन से वो सुरंग के अंदर फंसे हुआ था. उनकी सलामती के लिए घर में प्रार्थनाओं का दौर जारी था. इस बीच जैसे ही खबर आई कि सभी मजदूर आज शाम तक बाहर आ सकते हैं, परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई. सभी टीवी के सामने बैठकर रेस्क्यू ऑपरेशन लाइव देखते थे. रेस्क्यू टीम ने अखिलेश कुमार को भी सही सलामत टनल से बाहर निकाल लिया है.
जब परिवार को अखिलेश के टनल से बाहर निकल आने की जानकारी मिली तो परिवार के साथ-साथ पूरे गांव में खुशी की लहर छा गई. गांव वालों और परिवार के लोगों ने आतिशबाजी करके अपनी खुशी जाहिर की है. वहीं परिवार के लोगों की आंखों में खुशी के आंसू नजर आए. खास बातचीत में मंगलवार सुबह अखिलेश की मां ने 'आज तक' से बात करते हुए कहा था कि सुबह बेटे से फोन पर बात हुई थी. तब उसने बताया था कि शाम तक बाहर आ जाऊंगा.''
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मेरा लाल सही सलामत आएगा
अखिलेश कुमार की मां अंजू देवी ने आजतक से कहा था कि बेटे से आज फोन पर बात हुई है. उसने बताया कि आज बाहर निकलेंगे. मेरा लाल सही सलामत आएगा इससे ज्यादा खुशी की बात और क्या हो सकती है. आज सुबह से टीवी के सामने बैठे हैं. घर के सब लोग जुटे हैं. हम सब बहुत खुश हैं. जबसे वो (अखिलेश) सुरंग में फंसा था रोज पूजा-पाठ कर उसके लिए प्रार्थना करते थे.
बेटे से जब सुबह फोन पर बात हुई थी तो उसने कहा कि मम्मी रो तो नहीं रही हो, तो मैंने कहा कि मैं क्यों रोऊं. मेरा बेटा बाहर आ रहा है. खुशी की बात है. मैं दिन-रात भगवान से तुम्हारे लिए प्रार्थना कर रही थी. आखिरकार आज भगवान ने मेरी सुन ली.
अखिलेश के पिता रमेश कुमार ने कहा था बड़ी खुशी की बात है. पूरा गांव खुश है. बेटे के बाहर आने के बाद जश्न मनेगा. लोग पटाखे फोड़ेंगे. आतिशबाजी करेंगे. दिवाली जैसा जश्न मनेगा. क्योंकि, बीते 16 दिन बहुत कठिन रहे हैं. बेटे के लिए पल-पल इंतजार किया. आज ऊपर वाले ने मनोकामना पूर्ण की. खुशी बयां नहीं कर सकते.
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नवयुवा कंट्रक्शन कंपनी में सुपरवाइजर है अखिलेश
बता दें कि अखिलेश कुमार अदलहाट थाना क्षेत्र के घरवासपुर गांव के रहने वाले हैं. वो उत्तरकाशी में नवयुवा कंट्रक्शन कंपनी में पिछले तीन साल से सुपरवाइजरी का काम कर रहे थे. जिस वक्त निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा अचानक टूटा, वो भी उसके अंदर थे. पिछले 16 दिन से अखिलेश उसी में फंसे हुए हैं. जब इस हादसे की जानकारी अखिलेश के परिजनों को मिली थी, तो घर में शोक की लहर दौड़ गई थी. घर वाले हर दो घंटे में दिए गए हेल्प लाइन नंबर पर फोन कर अखिलेश की हाल-खबर ले रहे थे. वहां से उन्हें अखिलेश के सुरक्षित होने की बात कही जा रही है, लेकिन परिजन बेहद परेशान थे. मगर अब उनके चेहरे पर मुस्कान वापस लौटी है.अखिलेश की पत्नी प्रेग्नेंट हैं. उसे सदमा न लगे इसलिए हादसे की खबर उसे नहीं बताई गई थी. हादसा दिवाली के दिन हुआ था. अखिलेश की प्रेग्नेंट पत्नी को इस पूरे घटनाक्रम में आज बताया गया था.