यूपी के कौशांबी जिले में पल्लेदार हत्याकांड का पुलिस ने नाटकीय ढंग से खुलसा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक, आरोपी शख्स मृतक की चप्पल पहनकर गांव में घूमने निकल पड़ा. जब लोगों ने मृतक की चप्पल आरोपी के पैरों में देखी तो हैरान रह गए. उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दी तो हत्याकांड का चौंकाने वाला खुलासा हुआ. आरोपियों ने पुरानी रंजिश में पल्लेदार की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी थी और नहर में ले जाकर फेंक दिया था. इस केस पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
बता दें कि घटना 20 सितंबर के सराय अकिल थाना क्षेत्र के टप्पा गांव के पास की है. मृतक मोहनलाल पल्लेदारी का काम करता था. मोहनलाल के पिता के अनुसार, बेटे और बहू गुड़िया देवी में किसी बात को लेकर विवाद हुआ था. इसके बाद वह लकड़ी लेने चला गया. दूसरे दिन सुबह मोहन की लाश टप्पा गांव के पास एक सूखी नहर में खून से लथपथ मिली थी.
सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और तफ़्तीश में जुट गई. पुलिस कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही थी लेकिन उसके हाथ कुछ खास नहीं लग रहा था. इसी बीच एक हत्यारोपी इस्लाम ने ऐसी गलती कर दी कि पूरे केस का पर्दाफाश हो गया.
मृतक मोहनलाल की चप्पल पहन कर घूमने निकल पड़ा आरोपी
दरअसल, इस्लाम मृतक मोहनलाल की चप्पल पहन कर घूमने निकल पड़ा. जब लोगों की नजर इस्लाम के पैरों पर पड़ी तो उनको शक हुआ. परिजनों ने इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी. जिसपर पुलिस ने इस्लाम को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो पूरे मामले का खुलासा हो गया.
पुलिस के अनुसार, इस्लाम, हबीबुर्रहमान और दिनेश ने मिलकर मोहनलाल की पुरानी रंजिश में हत्या की थी. मोहनलाल ने इन तीनों के खिलाफ एक मुकदमा दर्ज करवाया था. इसी रंजिश में तीनों ने कुल्हाड़ी और चाकू से काटकर मोहनलाल की निर्मम हत्या कर दी और शव को नहर में फेंक दिया. फिलहाल, आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें 14 दिन की न्याययिक हिरासत में जेल भेज दिया गया.
मामले में क्षेत्राधिकारी चायल योगेंद्र कृष्ण नारायण ने बताया कि थाना सराय के अंतर्गत मोहनलाल नाम के व्यक्ति की हत्या हुई थी. इसके संबंध में विवेचना के दौरान तीन व्यक्ति पकड़े गए जिन्होंने उसकी हत्या की थी. पूर्व में मृतक व्यक्ति और उसके परिवार द्वारा तीनों के ऊपर मुकदमा लिखाया गया था. इसी रंजिश में तीनों ने मोहनलाल का कत्ल कर दिया.