उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है. बीजेपी ने 80 में से 33 सीटों पर जीत हासिल की है. वहीं कांग्रेस को छह और समाजवादी पार्टी को 37 लोकसभा सीटों पर जीत मिली है. राज्यसभा चुनाव के दौरा सपा के जिन विधायकों ने बगावत कर बीजेपी प्रत्याशी को वोट किया था, उनके इलाकों में सपा-कांग्रेस गठबंधन को जीत मिली है.
सबसे पहले बात करते हैं रायबरेली सीट की, यहां से कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर राहुल गांधी मैदान में थे और बीजेपी की ओर से दिनेश प्रताप सिंह चुनाव लड़ रहे थे. यहां ऊंचाहार सीट से विधायक मनोज पांडेय सपा से बगावत कर बीजेपी की ओर चले गए. खुद अमित शाह बीजेपी प्रत्याशी के साथ उनके घर पहुंचे थे. अखिलेश ने मनोज पांडेय पर मंच से हमला बोला था. इस सीट पर राहुल गांधी ने ऐतिहासिक जीत हासिल करते हुए करीब चार लाख वोटों से दिनेश प्रताप सिंह को हराया.
गौरीगंज से विधायक ने की थी बगावत
रायबरेली से सटी अमेठी लोकसभा सीट पर गौरगंज से समाजवादी पार्टी के विधायक राकेश प्रताप सिंह ने बगावत की थी. इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा मैदान में थे, जबकि बीजेपी की ओर से स्मृति ईरानी चुनाव लड़ रही थीं. इस चुनाव में किशोरी लाल शर्मा ने स्मृति ईरानी को करीब एक लाख 60 हजार वोटों से हराया.
अंबेडकरनगर में हारे रितेश पांडेय
अंबेडकरनगर में राकेश पांडेय ने समाजवादी पार्टी से बगावत कर राज्यसभा चुनाव में बीजेपी का साथ दिया था. इसके बाद राकेश पांडेय के बेटे रितेश पांडेय बीएसपी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे और बीजेपी ने रितेश पांडेय को ही टिकट दिया था. इस सीट पर सपा प्रत्याशी लालजी वर्मा ने एक लाख 37 हजार वोटों से हराया.
गोसाईंगंज से विधायक अभय सिंह ने की थी बगावत
फैजाबाद लोकसभा सीट पर भी भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी लल्लू सिंह को हार मिली है. यहां गोसाईंगंज सीट से विधायक अभय सिंह ने सपा से बगावत की थी. उन्होंने भी राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग की थी. इस सीट पर अखिलेश ने अवधेश प्रसाद को प्रत्याशी बनाया, जिन्होंने 54 हजार वोटों से बीजेपी प्रत्याशी लल्लू सिंह को हराया.
जालौन में भी हारी बीजेपी
इसी तरह जालौन जिले में समाजवादी पार्टी के कालपी विधायक विनोद चतुर्वेदी ने बगावत की थी. जालौन सीट पर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार भानु प्रताप वर्मा मैदान में थे. यहां सपा के नारायण दास अहिरवार ने भानु प्रताप वर्मा को 53 हजार वोटों से हरा दिया.
पूजा पाल ने की थी क्रॉस वोटिंग
इसी तरह कौशाम्बी की चायल सीट से विधायक पूजा पाल ने समाजवादी पार्टी से बगावत की थी. उन्होंने भी राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग की थी. जिसके बाद इस सीट पर भी बीजेपी को हार मिली है. यहां सपा प्रत्याशी पुष्पेंद्र सरोज ने बीजेपी प्रत्याशी विनोद सोनकर को करीब एक लाख वोटों से हराया.