प्रयागराज पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सत्ता में रहते हुए जिन लोगों ने संविधान का गला घोंटा वही अब इसे बचाने का शोर मचा रहे हैं. गौरतलब है कि सीएम योगी की यह टिप्पणी संविधान दिवस मनाए जाने के एक दिन बाद आई है. इसके साथ ही सीएम ने समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला बोला.
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के 136वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए आदित्यनाथ ने तर्क दिया कि 26 नवंबर, 1949 को भीमराव अंबेडकर के नेतृत्व वाले पैनल द्वारा तैयार किए गए मूल संविधान में "धर्मनिरपेक्ष" या "समाजवादी" शब्द शामिल नहीं थे. उन्होंने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा, "ये शब्द तब जोड़े गए जब संसद भंग कर दी गई, न्यायपालिका की शक्तियों को खत्म कर दिया गया और लोकतंत्र पर हमला किया गया."
सीएम योगी ने आगे कहा, "जिन्होंने संविधान का गला घोंटा था, वे आज यह शोर मचा रहे हैं कि संविधान खतरे में है, लोकतंत्र खतरे में है. सवाल यह उठता है कि लोकतंत्र के लिए खतरा बने ऐसे लोगों का समाज कब मूल्यांकन करेगा. विपक्ष ने केवल संविधान के साथ छेड़छाड़ करने का कुत्सित प्रयास किया, बल्कि लोकतंत्र को पूरी तरह पंगु बनाने का भी प्रयास किया."
वहीं, समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि समाजवाद की आड़ में भाई-भतीजावाद को बढ़ावा देने वाले कभी भी देश के युवाओं के आदर्श नहीं हो सकते. राम मनोहर लोहिया ने क्या कहा था? सच्चा समाजवादी बिना किसी मोह के काम कर सकता है. क्या ये (सपा) लोग एक खास परिवार के गुलाम बनकर उनकी चापलूसी नहीं कर रहे हैं?
दीक्षांत समारोह में सीएम ने प्रसिद्ध साहित्यकार, कवि और विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र कुमार विश्वास को मानद उपाधि से सम्मानित किया. उन्होंने सात लड़कियों समेत आठ छात्रों को स्वर्ण पदक प्रदान किए और इस वर्ष उत्तीर्ण 144 छात्रों को उपाधि प्रदान की.