अयोध्या में अब से कुछ देर बाद राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है. मुख्य यजमान के रूप में पीएम मोदी विशेष अनुष्ठान में शामिल होंगे. 84 सेकेंड के विशेष मुहूर्त के दौरान प्राण प्रतिष्ठा की प्रक्रिया पूरी होगी और रामलला की मूर्ति की आंखों पर लगी पट्टी हटाकर, कांच दिखाकर और काजल लगाकर वैदिक मंत्रोचार के साथ प्राण प्रतिष्ठा होगी. राम मंदिर उद्घाटन के दौरान यहां लगे उस ताम्र पत्र की विशेष पूजा होगी जिनपर संस्कृत भाषा में आज के उद्घाटन का विवरण दर्ज है.
ताम्रपत्र की होगी विशेष पूजा
इससे पहले राम लला की प्राचीन मूर्ति के साथ विधिवत पूजित हुई. जिस ताम्रपत्र की पूजा होगी उसमें लिखा है- 'लोका: समस्ता सुखिनो भवन्तु'. मतलब कि लोक में सभी सुखी हों. इसके अलावा इसमें लिखा है- "जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी", अर्थात, मां और मातृभूमि स्वर्ग से भी बढ़कर हैं. ये श्लोक वाल्मीकि रामायण के दक्षिण भारतीय संस्करण से उद्धृत हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर 12 बजकर 5 मिनट से लेकर 12 बजकर 55 मिनट प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल रहेंगे.
ये रहेगा पूजन का शुभ मुहूर्त
रामलला का पूजन अभिजीत मुहूर्त में होगा. अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड के बीच अयोध्या में नए मंदिर में भगवान राम की प्राण-प्रतिष्ठा होगी. इसी अभिजीत के 84 सेकंड में धार्मिक क्रियाएं संपन्न की जाएंगी. प्राण प्रतिष्ठा की विधि दोपहर 12:20 बजे से शुरू हो जाएगी. ये मुहूर्त काशी के विद्वान गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने निकाला है. यह कार्यक्रम पौष माह के द्वादशी तिथि (22 जनवरी 2024) को अभिजीत मुहूर्त, इंद्र योग, मृगशिरा नक्षत्र, मेष लग्न एवं वृश्चिक नवांश में होगा.