माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद अब दो गुट बन गए हैं. यानी गैंग में दो फाड़ हो गई है. अशरफ की पत्नी जैनब और भाई सद्दाम ने अलग गुट बना लिया है, जबकि शाइस्ता परवीन और उसके जेल में बंद बेटों ने अलग गुट बना लिया है. दोनों गुटों में आर्थिक साम्राज्य के कब्जे को लेकर आपस में जंग भी छिड़ गई है.
आपस में भी संपत्तियों को लेकर जद्दोजहद और काबिज होने की होड़ मची हुई है, जिस वजह से आईएस 227 गैंग में भी दो फाड़ हो गई है. गैंग में दो गुट बनने की खबरों के बीच उमेश पाल शूटआउट केस में फरार चल रही आयशा नूरी और शाइस्ता को लेकर अहम जानकारी सामने आई है. अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा और बहन आयशा नूरी एक साथ हैं.
एक साथ हैं जैनब और आयशा
वहीं शाइस्ता अब अकेले ही मूवमेंट कर रही है. प्रयागराज के हटवा में रहने वाली दो महिलाओं से जैनब फातिमा और आयशा नूरी के बारे में पुलिस को अहम सुराग मिला है. पुलिस की टीमें अतीक के गढ़ हटवा और मरियाडीह में कई बार पहले भी छापेमारी कर चुकी हैं. पुलिस को शक है कि आयशा नूरी और जैनब फातिमा को किसी मकान में पनाह मिली है.
इस इनपुट के आधार पर पुलिस ने हटवा और मरियाडीह में कई लोगों से पूछताछ शुरू की है. पुलिस ने फरार चल रही आयशा नूरी और जैनब फातिमा को गिरफ्तार करने के लिए मुखबिरों की टीम सक्रिय की है. इसके साथ ही शाइस्ता परवीन की तलाश जारी है. परिवार में संपत्ति को लेकर हुए विवाद के बाद शाइस्ता अब अकेली पड़ गई है.
अतीक के पैसे को ठिकाने लगाता था असाद
गौरतलब है कि माफिया अतीक अहमद की हत्या के बाद नए-नए खुलासे होते जा रहे हैं. खुलासा हुआ था कि अतीक की काली कमाई को उसके खास गुर्गे असाद कालिया के जरिए ठिकाने लगाया जाता था. अतीक की बीवी शाइस्ता परवीन अवैध वसूली से आने वाली रकम को असाद कालिया को देती थी, जिसे वह प्रॉपर्टी डीलिंग में लगाता था.
इसका खुलासा पुलिस पूछताछ में अतीक अहमद के वकील खान सौलत हनीफ से हुआ है. पुलिस के मुताबिक, पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि यह अवैध रकम प्रयागराज, लखनऊ, गुजरात, दिल्ली और मुंबई से अतीक अहमद को मिलती थी. यह पैसा अतीक अपनी बीवी तक पहुंचाता था और असाद कालिया इस रकम को प्रॉपर्टी में लगाता था.
पूरे परिवार का भरोसेमंद गुर्गा था असाद
असाद कालिया को अतीक अहमद परिवार का भरोसेमंद गुर्गा माना जाता था. अतीक के जेल जाने के बाद असाद पर पूरा परिवार आंख बंद कर भरोसा करता था. असाद कालिया, माफिया की अवैध रकम को प्रॉपर्टी डीलिंग के धंधे में लगा देता था. असद कालिया जमीन की प्लॉटिंग करता था और अपने साथियों के साथ इसे बेचता था.
इसका सीधा फायदा अतीक अहमद के परिवार को होता था. कई बड़े प्लॉटिंग करने वालों से इसके नजदीकी और अच्छे संबंध थे, जिस कारण प्रयागराज के अलावा अलग-अलग जिलों में इसकी रकम प्रॉपर्टी के धंधे में लगी थी. फिलहाल अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन अभी भी फरार है और उस पर पुलिस ने 50 हज़ार रुपए का इनाम रखा है.