प्रेमी साहिल के साथ मिलकर पति की हत्या करने के बाद मुस्कान बेफिक्र होकर हिमाचल की वादियों में पहुंची. शिमला और मनाली के बाद, दोनों ने कसौल के होटल पूर्णिमा में छह दिन गुजारे, मगर ये छह दिन आम पर्यटकों जैसे नहीं थे, दोनों होटल के कमरे से बाहर नहीं निकलते थे, रूम क्लिनिंग के लिए भी किसी सफाई कर्मचारी को भी अंदर नहीं आने देते थे. ब्रेकफास्ट, लंच हो या डिनर थोड़ा सा दरवाजा खोलकर ही ले लेते थे. ऐसे में अब सवाल उठने लगा है कि दोनों होटल के कमरे में ऐसा क्या करते थे कि किसी को अंदर ही नहीं आने देते.
होटल मालिक की जुबानी
होटल पूर्णिमा के मालिक अमन कुमार ने बताया कि साहिल और मुस्कान ने किसी भी तरह की पूर्व बुकिंग नहीं कराई थी. 10 तारीख को अचानक होटल में कॉल कर उन्होंने एक कमरा बुक किया और उसी शाम होटल में चेक-इन किया. उनके साथ सिर्फ एक टैक्सी ड्राइवर था. होटल में एंट्री के समय जब आईडी मांगी गई, तो पहले साहिल ने अपना आईडी दिया, लेकिन मुस्कान ने आनाकानी की. होटल स्टाफ के दबाव डालने पर उसने भी आधार कार्ड दिखाया और खुद को साहिल की पत्नी बताया.
छह दिन तक कमरे में रहे कैद
अमन के मुताबिक होटल स्टाफ को इस जोड़े का व्यवहार अजीब लगा. आमतौर पर पर्यटक कसौल की खूबसूरत वादियों में घूमने जाते हैं, लेकिन साहिल और मुस्कान ने पूरा समय अपने कमरे में ही बिताया. 10 से 16 तारीख तक वे एक बार भी होटल से बाहर नहीं निकले. उनकी दिनचर्या भी रहस्यमयी थी . हर रोज उनका खाना-पीना कमरे में ही पहुंचाया जाता था, लेकिन वो खाना ले जाने वाले को अंदर नहीं आने देते थे. बाहर से ही ले लेते थे. उन्होंने न तो रूम क्लीनिंग करवाई और न ही होटल से कोई अतिरिक्त सामान मंगवाया. होटल स्टाफ के अनुसार, उन्होंने बाहर से किसी भी प्रकार का ऑर्डर तक नहीं किया.
कमरे में जन्मदिन का जश्न
बताया जा रहा है कि 11 तारीख को साहिल का जन्मदिन था. उस दिन उन्होंने ड्राइवर से केक मंगवाया. इसका ऑडियो भी वायरल हुआ है. जिसमें मुस्कान ड्राइवर से कहती है कि भैया इनका बर्थडे है. केक लाकर रिसेप्शन पर ही रख दीजिएगा. होटल स्टाफ के मुताबिक, पूरे दिन कमरे के अंदर ही जश्न मनाते रहे. किसी भी दिन वे बाहर नहीं आए. आमतौर पर पर्यटक कसौल की वादियों का आनंद लेने के लिए आते हैं, लेकिन यह जोड़ा पूरी तरह से अपने कमरे में ही सीमित था. अब मेरठ पुलिस ने हिमाचल की पुलिस से संपर्क किया है और यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या कसौल में उनके छिपे रहने के पीछे कोई और गहरी साजिश तो नहीं थी.
बेहोशी के लिए डॉक्टर का पर्चा बनाकर खरीदी थी दवा
जांच में यह भी सामने आया है कि मुस्कान ने सौरभ को बेहोश करने की प्लानिंग की थी. साथ ही यह भी बहाना बनाया था कि मुझ को एंजायटी की प्रॉब्लम है. पास के ब्रह्मपुरी में एक डॉक्टर हैं, जिन्हें वह दिखाने भी गई थी. जिस पर्चे पर डाक्टर ने एंजायटी की दवाई लिखी थी उसी को गूगल में सर्च किया और गूगल पर सर्च करने के बाद जिस तरह डॉक्टर पर्चा लिखते हैं, उसी तरह खाली पर्चे पर दोनों दवाइयां लिखकर साइन किया और खैर नगर में आकर दवाइयां खरीदी.
( कसौल से मनविंदर अरोड़ा और मेरठ से उस्मान चौधरी का इनपुट)