देश की राजधानी दिल्ली की कोचिंग के बेसमेंट में 3 स्टूडेंट्स की मौत के बाद उत्तर प्रदेश सरकार सख्त हो गई है. यूपी में अब किसी और काम के लिए स्वीकृत बेसमेंट को दूसरे प्रयोजन के लिए प्रयोग करने पर कार्रवाई होगी. इसके अलावा बिना स्वीकृति के बने बेसमेंट पर भी एक्शन लेने के निर्देश दिए हैं.
बताया जा रहा है कि बेसमेंट के निरीक्षण के लिए प्राधिकरण स्तर पर टीमें गठित होंगी. बेसमेंट में कोई अप्रिय घटना होने पर अफसर जिम्मेदार होंगे. सरकार ने अवैध रूप से बेसमेंट की खुदाई रोकने के निर्देश भी जारी किए हैं. आदेश के मुताबिक स्वीकृत मानचित्र के मुताबिक ही बेसमेंट का प्रयोग किया जाएगा. यह निर्देश अपर मुख्य सचिव आवास ने सभी प्राधिकरणों को जारी किया है.
बता दें कि दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर की Rau's IAS कोचिंग के बेसमेंट में बारिश का पानी भर जाने से 3 छात्र डूब गए थे, जिनकी मौत हो गई थी. इस मुद्दे पर सड़क से लेकर संसद तक बवाल मचा हुआ है. छात्रों से लेकर बीजेपी और आम आदमी पार्टी तक के नेता इस मुद्दे को लेकर सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं. इस मामले में BJP और AAP दोनों एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं.
2-3 मिनट में पानी से भर गया था बेसमेंट
शुरुआती जांच में पता चला है कि बेसमेंट में लाइब्रेरी थी, जहां कई छात्र मौजूद थे. बेसमेंट में अचानक पानी भरने लगा था. रस्सियां फेंककर फंसे हुए छात्रों को वहां से निकाला गया. एक छात्र ने बताया कि शाम 7 बजे लाइब्रेरी बंद होने पर जैसे ही हम बाहर निकले, तो सामने से बहुत तेज प्रेशर से पानी आ रहा था. जब तक हम लोग लाइब्रेरी खाली करते, तब तक घुटनों तक पानी भर चुका था. उसने बताया कि बहाव इतना तेज था कि हम सीढ़ियां नहीं चढ़ पा रहे थे. 2-3 मिनट के अंदर पूरे बेसमेंट में 10-12 फीट पानी भर गया. वहां से निकलने के लिए रस्सियां फेंकी गईं, लेकिन पानी इतना गंदा था कि कुछ भी नहीं दिख रहा था.
बेसमेंट में पढ़ाई कर रहे थे 30-35 छात्र
फायर डिपार्टमेंट के डायरेक्टर अतुल गर्ग के मुताबिक, घटना के वक्त 30 छात्र मौजूद थे, जिनमें से 3 फंस गए थे. रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद तीन छात्रों के शव बरामद किए गए. मरने वालों में दो छात्राएं और एक छात्र है.