प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के आगाज से पहले आजतक के धर्म संसद की शुरुआत हो चुकी है. धर्म संसद में धार्मिक गुरु और राजनीतिक दिग्गज शामिल हो रहे हैं जो कई मुद्दों पर अपने विचार रख रहे हैं. धर्म संसद में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने भी शामिल हुए, जहां उन्होंने कहा कि प्रयागराज में संगम के तट पर जो ये महाकुंभ होने जा रहा है. वह अद्भुत, विहंगम, अलौकिक, दिव्य, भव्य और सुरक्षित महाकुंभ होने जा रहा है. सारी व्यवस्था चाक-चौबंद कर ली गई हैं. सुरक्षा, स्वास्थ्य, साफ-सफाई और परिवहन की व्यवस्था को भी सुनिश्चित कर लिया गया है.
कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को HMPV वायरस की चिंता करनी चाहिए. इस सवाल का जवाब देते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि मैं यूपी सरकार की ओर से कह रहा हूं कि यूपी में वायरस को लेकर कोई भी चिंताजनक बात नहीं है. ये एकदम साधारण जुकाम जैसी बीमारी है जो तीन दिन में ठीक होता है. कहीं कोई दिक्कत नहीं है, सब कुछ नियंत्रण में है. लोगों को बिल्कुल भी चिंता करने की जरूरत नहीं है.
'600 इनडोर बेड हैं हमारे पास'
उन्होंने कहा कि 100 बेड का केंद्रीय अस्पताल है. इसके अलावा 23 अन्य अस्पताल हैं जो 10 से लेकर 20 बेड के हैं. ये अस्पताल कुंभ मेला क्षेत्र भी में अस्पताल बनाएं गए हैं, यहां लगभग 600 बेड उपस्थित हैं. अगर कोई अनहोनी होती है तो 600 इनडोर बेड हमारे पास हैं. मुझे बताने में खुशी हो रही है कि यहां पर सारी व्यवस्थाएं मौजूद हैं. 125 एंबुलेंस भी यहां तैनात हैं. 7 रिवर एंबुलेंस भी तैयार की गई हैं. साथ ही 6 हजार बेड हमने प्रयागराज में तैयार किए हैं. मेडिकल कॉलेज को अलर्ट मोड पर रखा है. आसपास के प्राइवेट अस्पताल और डॉक्टरों को भी अलर्ट पर रखा है.
क्या आचमन के लायक है जल?
इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि पूरी तरह से ये जल आचमन के लायक है. ये सब पुरानी बातें हैं. जल पूरी तरह से शुद्ध है. संगम तट पर आपको मां गंगा के जल का रंग आपको साफ दिखाई देगा.
वहीं, उन्होंने मेला क्षेत्र में मुसलमानों के न आने पर बोलते हुए कहा कि देखिए, हमको पॉजिटिव बातें करते हैं. हम पूरी दुनिया को बुला रहे हैं और हमारी संस्कृति वसुधैव कुटुंबकम की रही है. और अगर कोई सनातन को मन से मानने को तैयार है तो हम उसका स्वागत करते हैं. आप मेला क्षेत्र में दुकान लगाने वालों से पूछो फिर सच्चाई पता चलेगी.
संभल से जुड़े एक सवाल पर बोलते हुए उन्होंने कहा, मुझे क्या लगता है कि जब घर में कोई शुभ काम होता है तो हम अपने शुभ काम की चर्चा बहुत करते हैं. या कोई बड़ा काम होता है तो हम छोटे कामों की चर्चा नहीं करते. ये महाकुंभ पूरी दुनिया में चर्चा का विषय है. वक्फ की कोरी बातें हैं.