वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर GRP (Government Railway Police) और RPF (Railway Protection Force) की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई की है. चेकिंग के दौरान ताप्ती गंगा एक्सप्रेस (19046) के कोच नंबर S-5 में एक लावारिस लाल रंग का ट्रॉली बैग मिला. जब बैग को खोला गया, तो उसमें 10 किलो चरस बरामद हुई, जिसकी अनुमानित कीमत 5 करोड़ रुपये है.
GRP इंस्पेक्टर हेमंत सिंह ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था. इसी दौरान रात करीब 8:12 बजे ताप्ती गंगा एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर 9 पर पहुंची. चेकिंग के दौरान S-5 कोच की सीट नंबर 20 के नीचे एक ट्रॉली बैग लावारिस हालत में पड़ा मिला.
GRP और RPF ने पकड़ी 5 करोड़ रुपये कि चरस
बैग की जांच करने पर पीले रंग की पन्नियों में पैक 20 बंडल चरस बरामद हुई. यह भूरे-काले रंग का चिपचिपा पदार्थ था, जिसे अंतरराष्ट्रीय बाजार में 5 करोड़ रुपये की कीमत का बताया जा रहा है. यात्रियों से पूछताछ के बावजूद कोई भी बैग का मालिक नहीं निकला, जिसके बाद GRP और RPF की टीम ने बैग को कब्जे में लेकर आगे की जांच शुरू कर दी. पुलिस इस बात की तहकीकात कर रही है कि यह चरस ट्रेन में कैसे आई और कौन इसे तस्करी के जरिए ले जा रहा था.
चरस तस्करों पर पुलिस की नजर
वाराणसी रेलवे स्टेशन समेत उत्तर प्रदेश के कई रेलवे स्टेशनों पर ड्रग्स तस्करी को लेकर सख्ती बढ़ा दी गई है. GRP और RPF ने इस मामले में आगे की जांच शुरू कर दी है और दोषियों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है. GRP इंस्पेक्टर हेमंत सिंह ने बताया कि ताप्ती गंगा एक्सप्रेस की चेकिंग के दौरान एस-5 कोच में लावारिस बैग मिला, जिसमें 10 किलो चरस बरामद हुई. मामले की जांच जारी है और जल्द ही इस तस्करी के पीछे शामिल लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा.