तवांग में चीन के दुस्साहस का भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया था. भारतीय जवानों के पराक्रम के आगे चीन के जवान बौने साबित हुए और वापस जाने को मजबूर हो गए. तवांग को लेकर संसद में खूब हो-हल्ला मचा था. इस पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बयान दिया है, लेकिन विपक्ष का हंगामा अभी भी जारी है. इस पर राजनाथ सिंह ने फिर बयान दिया है.
वाराणसी पहुंचे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, 'जो भी कुछ मैंने कहा है, वह सच है, संसद में मैंने जितना भी कहा... वह पर्याप्त है, जो वस्तु स्थिति थी, उसकी जानकारी मैंने संसद में दे दी है.' विपक्ष के आरोपों पर राजनाथ सिंह ने कहा कि ऑलरेडी मैं कई बार बोल चुका हूं और सदन में भी इसका जवाब दे चुका हूं.
चीन के मुद्दे पर देश की जनता को आश्वस्त करने के सवाल के जवाब में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इस समय पार्लियामेंट चल रही है, जब पार्लियामेंट चल रही होती है तो हम बाहर कोई स्टेटमेंट नहीं दे सकते हैं, यह प्रतिबंधित रहता है. राहुल गांधी की ओर से सरकार पर हमला बोलने पर राजनाथ सिंह ने कहा कि इस वक्त कोई पॉलिटिकल सवाल नहीं.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह वाराणसी के महाशमशान मणिकर्णिका घाट पर अपनी भाभी की अंत्येष्टि में शामिल होने पहुंचे थे. भाभी नयनतारा (82) उनके बड़े भाई काशीनाथ सिंह की पत्नी थी, जो चंदौली जिले के चकिया भभवरा गांव की रहने वाली थीं. कल रात में ही उनका निधन हो गया था और आज वाराणसी के मणिकर्णिका घाट पर अंत्येष्टि संपन्न हुआ.
क्या हुआ था तवांग में?
तवांग में 9 दिसंबर को भारत और चीनी सैनिक आमने-सामने आ गए थे. इसमें दोनों ओर के कुछ जवानों को चोटें आई. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को संसद में इस मुद्दे पर बयान दिया था. उन्होंने बताया कि 9 दिसंबर 2022 को PLA सैनिकों ने अरुणाचल के तवांग सेक्टर के यांग्त्से में एलएसी पर अतिक्रमण कर यथास्थिति को एकतरफा बदलने का प्रयास किया.
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि चीन के इस प्रयास का हमारी सेना ने दृढ़ता के साथ सामना किया. इस दौरान दोनों पक्ष आमने सामने आ गए. हाथापाई भी हुई. इस झड़प में दोनों ओर के कुछ सैनिकों को चोटें आईं. लेकिन मैं सदन को बताना चाहता हूं कि झड़प में हमारे किसी भी सैनिक की मृत्यु नहीं हुई और न ही कोई गंभीर रूप से घायल हुआ.