मध्य प्रदेश के बाद अब यूपी में भी फिल्म 'द केरल स्टोरी' को टैक्स फ्री कर दिया गया है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस फिल्म को टैक्स फ्री करने के निर्देश दे दिए हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ 12 मई को लोकभवन में अपनी कैबिनेट के साथ The kerala Story फिल्म देखेंगे. वहीं यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा- बहुत दुखद है बंगाल में बैन किया गया है, सबको देखना चाहिए. हम टैक्स फ्री कर रहे हैं. पश्चिम बंगाल तुष्टिकरण की राजनीति ना करे.
इससे पहले मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने 6 मई को कहा था कि द केरल स्टोरी आतंकवाद की भयावह सच्चाई को उजागर करने वाली फिल्म है. इसे मध्य प्रदेश में टैक्स फ्री किया जा रहा है.
वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज 'द केरल स्टोरी' देख सकते हैं. द केरला स्टोरी का प्रीमियर देहरादून के पीवीआर हाथीबड़कला में किया जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी के साथ मुख्यमंत्री शाम पांच बजे फिल्म देखेंगे. वहीं सीएम उत्तराखंड में इस फिल्म को टैक्स फ्री करने की घोषणा कर सकते हैं.
एमपी के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा- मैंने दिग्विजय सिंह और कमलनाथ जी को द केरला स्टोरी की टिकट भेजी है, लेकिन अब तक उन्होंने इसे नहीं देखा है और शायद देखेंगे भी नहीं. मैंने उन्हें टिकट इसलिए भेजी ताकि उनका दृष्टिकोण बदले लेकिन इनको तो जाकिर नायक में इन्हें शांतिदूत दिखता है और बटला हाउस एनकाउंटर पर इनकी आंखों में आंसू आ जाते हैं. पश्चिम बंगाल में ममता दीदी रामनवमी के जुलूस और द केरला स्टोरी पर तो बैन लगा देती हैं लेकिन उनसे रोहिंग्या मुसलमानों पर बैन नहीं लगता. यह दिखाता है कि कैसे यह लोग तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं.
वहीं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी बिहार में इस फिल्म को ट्रैक्स फ्री करने की मांग कर दी. उन्होंने लिखा- ‘The Kerala Story’ को यूपी की तर्ज पर बिहार में भी टैक्स फ्री किया जाना चाहिए. इसके अलावा महाराष्ट्र और दिल्ली के अलावा बीजेपीशासित राज्यों में भी इस फिल्म को ट्रैक्स फ्री करने की मांग उठ रही है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फिल्म 'द केरल स्टोरी' को प्रदेश में बैन कर दिया है. ममता ने राज्य के चीफ सेक्रेटरी को आदेश दिए हैं कि बंगाल के थिएटरों से फिल्म को हटाया जाए. कहा जा रहा है कि यह फैसला बंगाल में शांति बनाए रखने के लिए लिया गया है, ताकि शहर में हिंसा और क्राइम के वाकये ना हों.
ममता बनर्जी ने बीजेपी पर बड़ा इल्जाम भी लगाया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार मनगढ़ंत और गलत कहानी वाली बंगाल फाइल्स बनाने के लिए फिल्मकारों को पैसे दे रही है. उन्होंने इल्जाम लगाते हुए कहा है कि बीजेपी, 'द केरल स्टोरी' नाम की फिल्म दिखा रही हैं, जिसकी कहानी मनगढ़ंत है. कुछ दिनों पहले इनके भेजे एक्टर्स बंगाल आए थे और वो मनगढ़ंत और गलत कहानी वाली फिल्म बंगाल फाइल्स की तैयारी कर रहे हैं.
ममता आगे कहती हैं कि ये लोग केरल और उसके लोगों की मानहानि कर रहे हैं. ये रोज बंगाल के मान को भी हानि पहुंचाते हैं. क्यों बीजेपी सामुदायिक दिक्कतें पैदा कर रही है? ये सब करना क्या किसी राजनीतिक पार्टी का काम है? उन्हें ये करना का हक किसने दिया.
फिल्म 'द केरल स्टोरी' फिल्म को तमिलनाडु के थिएटर्स ने ना दिखाने का फैसला किया गया है. फिल्म को 'लॉ एंड ऑर्डर' के लिए खतरा बताते हुए तमिलनाडु की मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ने बॉयकॉट कर दिया है. तमिलनाडु मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ने बीते रविवार को पूरे राज्य में फिल्म की स्क्रीनिंग रोक लगा दी थी. राज्य में कथित तौर पर कई राजनीतिक संगठनों ने थिएटर के मालिकों को धमकी भी दी है कि अगर किसी भी थिएटर में ये फिल्म दिखाई जाती है तो उसे तुरंत बंद करा दिया जाएगा.
फिल्म 'द केरल स्टोरी' के ट्रेलर में ये दावा किया गया था कि केरल की 32 हजार लड़कियां ऐसी घटना की शिकार हो चुकी हैं. यहां से विवादों की शुरुआत हुई थी. केरल के हाईकोर्ट में फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग करते हुए कई याचिकाएं भी दायर की गई थीं. लेकिन कोर्ट ने ऐसा करने से इनकार कर दिया था. केस की सुनवाई के दौरान ही मेकर्स ने कोर्ट से कहा था कि वे अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स से वह लाइन हटा देंगे, जो केरल में 32,000 महिलाओं के ISIS में भर्ती होने का दावा करती है. लेकिन रिलीज के बाद भी फिल्म विवादों से दूर नहीं हो पा रही है.
'द केरला स्टोरी' फिल्म रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने याचिका भी दायर की गई थी लेकिन कोर्ट ने उस पर सुनवाई से इनकार कर दिया था. सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हर मामले में सुप्रीम कोर्ट उपाय के तौर पर नहीं आ सकते. इस मामले में हाई कोर्ट जा सकते हैं. हम यहां सुपर हाई कोर्ट नहीं बन सकते. SC (सुप्रीम कोर्ट) का कहना था कि चूंकि फिल्म पांच मई को रिलीज होने वाली है, इसलिए हाई कोर्ट मामले में जल्द सुनवाई पर विचार कर सकता है.
याचिका में कहा गया था कि अदा शर्मा स्टारर 'द केरल स्टोरी' के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करते हुए कहा गया, फिल्म में उन लड़कियों की कहानी है जो नर्स बनना चाहती थीं. लेकिन ISIS की आतंकी बन गई. 'द केरल स्टोरी' के ट्रेलर में ब्रेन वॉश, लव जिहाद, हिजाब और ISIS जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया है. ये फिल्म मुस्लिमों के खिलाफ है. याचिका में 'द केरल स्टोरी' पर रोक लगाने की मांग की गई थी.
'द केरल स्टोरी' तीन लड़कियों शालिनी, नीमा और गीतांजलि की कहानी कहती है, जो नर्स बनने के लिए अपने घर से दूर एक कॉलेज जाती हैं. यहां उनकी मुलाकात आसिफा से होती है जो फंडामेंटलिस्ट है. धीरे-धीरे सामने आता है कि आसिफा ISIS के लिए लड़कियों को रिक्रूट करने का काम भी करती है. वो अपने साथियों की मदद से तीनों को धर्म बदलने के लिए उकसाने लगती है. तीनों लड़कियों में से शालिनी सबसे पहले आसिफा से प्रभावित होती है. उसे आसिफा के एक दोस्त से प्यार भी हो जाता है और आगे की कहानी इस तरफ घूमती है कि दोनों धर्म बदलकर शादी करने को तैयार हो जाते हैं.