उत्तर प्रदेश में झांसी के मऊरानीपुर विधायक के देवर से रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है. मऊरानीपुर से दूसरी बार चुनी गई अपना दल की विधायक रश्मि आर्य के देवर हेमंत सेठ मौजूदा समय में जिला पंचायत सदस्य हैं. पुलिस ने पीड़ित के तहरीर पर 5 आरोपियों के खिलाफ संबंधित कई धाराओं में एफआईआर दर्ज की है.
दरअसल, विधायक रश्मि आर्य के देवर हेमंत सेठ मौजूदा समय में मऊरानीपुर से जिला पंचायत सदस्य हैं. गांधी गंज मऊरानीपुर स्थित हेमंत के घर पर मऊरानीपुर के ही रहने वाले रति अहिरवार, सूरज अहिरवार और काली अहिरवार आए थे. इस दौरान रति अहिरवार ने हेमंत से कहा कि मैं जमीन बेचूंगा. इसके बदले अभी 4 लाख रुपए दे दो. उन्हें रुपयों की आवश्यकता है.
4 लाख रुपये दो, कर देंगे रजिस्ट्री
हेमंत का आरोप है कि इसके बाद रति ने कहा कि अभी 4 लाख रुपये दो, तो रजिस्ट्री कर देंगे. बाकी रुपए बाद में दे देना. वहीं, पीड़ित हेमंत का कहना है कि उन्होंने चंद्रशेखर चंदन, राजेंद्र शान्तनु के सामने उन तीनों को 4 लाख रुपए नगद दे दिए. इस दौरान उन्होंने इसका वीडियो भी बना लिया था. रुपए मिल जाने के बाद काली अहिरवार कह कर गया था कि एक महीने के भीतर वो रजिस्ट्री कर देगा.
रुपए वापस मांगने पर दी धमकी
हेमंत ने आगे बताया कि कुछ समय बीत जाने के बाद, जब काली से रजिस्ट्री करने की बात की, तो वह आनाकानी करने लगा. इसके बाद मऊरानीपुर तहसील में पता किया, तो काली के नाम से कोई भी कृषि जमीन नहीं थी. इसके बाद उसने अपने रुपए वापस मांगे. फिर वे लोग रुपए वापस न देकर धमकी देना शुरू कर दिया. हेमंत का आरोप है कि 19 नवंबर की शाम मौन साधना केंद्र पर रवि परिहार और विजय शर्मा आए और काली अहिरवार की पैरवी करते हुए गाली-गलौज करने लगे.
नामजद 5 लोगों पर FIR दर्ज
इसके बाद रवि परिहार और विजय शर्मा 10 लाख रुपए की रंगदारी मांगी और जातिसूचक गालियां दी. बता दें कि इसको लेकर हेमंत सेठ ने मऊरानीपुर कोतवाली में आरोपी काली अहिरवार, रति अहिरवार, सूरज अहिरवार, रवि परिहार और विजय शर्मा के खिलाफ धारा 420, 387, 504 और SC/ST एक्ट में मामला दर्ज कराया है.