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अयोध्या: दीपोत्सव समारोह में शामिल होंगे 150 आदिवासी प्रतिनिधि, योगी सरकार की ये है तैयारी

अयोध्या में योगी सरकार द्वारा आयोजित किए जा रहे आठवें दीपोत्सव समारोह की तैयारियां जोरों पर है. इस साल राम की पैड़ी पर होने वाले दीपोत्सव में स्थानीय नागरिकों को भी शामिल किया जाएगा. दीयों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए घाटों की संख्या 51 से बढ़ाकर 55 कर दी गई है, जिसमें चौधरी चरण सिंह, भजन संध्या स्थल समेत अन्य स्थान शामिल हैं.

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फाइल फोटो.
फाइल फोटो.

अयोध्या में योगी सरकार द्वारा आयोजित किए जा रहे आठवें दीपोत्सव समारोह की तैयारियां जोरों पर है. प्रशासनिक प्रयासों के अलावा डॉ. राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय ने भी अपना काम तेजी से शुरू कर दिया है. इस साल का दीपोत्सव वाकई खास होने वाला है, जिसमें झारखंड से 150 आदिवासी प्रतिनिधि स्वयंसेवक के तौर पर घाटों पर दीप जलाने के लिए शामिल होंगे.

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दरअसल, अयोध्या में राम की पैड़ी पर 2017 में अपने शुभारंभ के बाद से दीपोत्सव ने लगातार साल दर साल नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं. इस साल मुख्यमंत्री ने 25 लाख दीये जलाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य घोषित किया है, जिसके लिए सरयू नदी के तट पर 28 लाख दीये रखे जाने की योजना है. इस घोषणा के बाद अयोध्या नगरी को सुंदर बनाने के प्रयास शुरू हो गए हैं.

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90 हजार लीटर तेल इस्तेमाल होने की उम्मीद

इस साल राम की पैड़ी पर होने वाले दीपोत्सव में स्थानीय नागरिकों को भी शामिल किया जाएगा. दीयों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए घाटों की संख्या 51 से बढ़ाकर 55 कर दी गई है, जिसमें चौधरी चरण सिंह, भजन संध्या स्थल समेत अन्य स्थान शामिल हैं. इसके अलावा दीयों को जलाने के लिए 90 हजार लीटर सरसों के तेल का इस्तेमाल होने की उम्मीद है.

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दीपोत्सव पहले से भी ज्यादा भव्य करने की तैयारी

दीयों की संख्या बढ़ाने के साथ ही कपास की बत्ती का भी इंतजाम किया जा रहा है, जिसमें 40 लाख कपास की बत्ती इस्तेमाल करने की योजना है. इस महीने की 25 तारीख से राम की पैड़ी के घाटों पर स्वयंसेवक दीये रखना शुरू कर देंगे. वहीं, दीपोत्सव के नोडल अधिकारी डॉ. एसएस मिश्रा ने बताया, दीपोत्सव की तैयारियां तेजी से की जा रही हैं. इस साल भगवान राम अपने भव्य महल में विराजमान होंगे, इसलिए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि दीपोत्सव पहले से भी ज्यादा भव्य हो.

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