यूपी के बलिया जिले के सिकंदरपुर इलाके में भूमि विवाद मामले में लापरवाही के लिए चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. भूमि विवाद में दो लोगों की हत्या कर दी गई थी. एसपी ओमवीर सिंह ने बताया कि बुधवार रात को खैरीद गांव में भूमि विवाद को लेकर दो समूहों के बीच हुई हिंसक झड़प में दो लोगों की मौत हो गई थी. इस घटना के मद्देनजर ट्रेनी उपनिरीक्षक सुमित सिंह, हेड कांस्टेबल सोहन सोनकर, कांस्टेबल विशनवीर चौधरी और विजय प्रकाश को गुरुवार रात तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया.
उन्होंने आगे बताया कि भूमि विवाद की पूर्व जानकारी होने के बावजूद निवारक उपाय न करने के लिए सिकंदरपुर एसएचओ विकास चंद्र पांडे और उपनिरीक्षक धर्मवीर यादव के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के भी आदेश दिए गए हैं.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, एसपी ने कहा, "यह घटना पुलिस द्वारा गहन जानकारी एकत्र करने और प्रभावी निवारक कार्रवाई करने में विफलता के कारण हुई. यह पुलिस की ओर से घोर लापरवाही, उदासीनता, अक्षमता और अनुशासनहीनता को दर्शाता है."
आजमगढ़ रेंज के डीआईजी सुनील कुमार सिंह ने गुरुवार को घटनास्थल का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया था. पुलिस अधिकारियों के अनुसार, 11 नामजद और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं.
यह घटना खैरीद गांव में हुई, जहां रामजीत यादव ने अपने बेटों निरंजन, नीरज, मनीष और अन्य लोगों के साथ मिलकर 24 वर्षीय पंकज यादव के घर पर धावा बोला और घर में रहने वालों पर हमला कर दिया. गंभीर रूप से घायल पंकज को वाराणसी के बनारस हिंदू विश्वविद्यालय अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई. तीन अन्य को मऊ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पंकज के चाचा 42 वर्षीय अनिल यादव की भी इलाज के दौरान मौत हो गई.
बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों में भूमि विवाद वर्षों से चल रहा था और अदालत से स्थगन आदेश प्राप्त था. एक महीने पहले भी विवाद हुआ था, जिसके परिणामस्वरूप दोनों पक्षों की ओर से मामले दर्ज किए गए थे. लेकिन इस बार खूनी खेलते हुए 2 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया.