सैकड़ों वर्षाें के संघर्ष के बाद राम भक्तों का सपना 22 जनवरी को पूरा होने जा रहा है. इसी दिन श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी. भाजपा की वरिष्ठ नेत्री उमा भारती ने इसे लेकर आजतक से विशेष बातचीत में अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है, इसे लेकर मुझे परम तृप्ति का अनुभव हो रहा है.
उन्होंने कहा कि मैं पुरी के शंकराचार्य निश्चलानंद महाराज से अनुरोध करूंगी कि वह अयोध्या आएं और हमें आशीर्वाद दें. उमा भारती ने कहा कि जो लोग शंकराचार्य का विरोध कर रहे हैं, उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए. शास्त्रार्थ हमारे लोकतंत्र, वैदिकतंत्र की परंपरा है. उनका अपमान करना, उनकी हंसी उड़ाना, उनको शास्त्रार्थ के लिए चुनौती देना, हमारे अहंकार का सूचक है. यह नहीं होना चाहिए.
गोली टांग पर चलाई जाती है, सिर पर नहीं: उमा भारती
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन का प्रमुख चेहरा रहीं उमा भारती ने कहा, 'शंकराचार्य का राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में ना आना मेरे लिए दुखदाई है. पुरी के शंकरचार्य इस भूमि मंडल वांग्मय के सबसे बड़े ज्ञाता हैं'. उन्होंने सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव के उस बयान की आलोचना की, जिसमें उन्होंने कहा था कि संविधान की रक्षा के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने कारसेवकों पर गोली चलाने का आदेश दिया था.
उमा भारती ने कहा, 'गोली टांग पर चलाई जाती है, सिर पर नहीं समाजवादी पार्टी कारसेवकों की हत्यारी है. मैं शिवपाल यादव से कहूंगी कि वह प्रायश्चित करें और भगवान राम से माफी मांगे'. विपक्षी दलों द्वारा 22 जनवरी के कार्यक्रम को भाजपा का इवेंट बताने पर उन्होंने कहा, 'अगर अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा बीजेपी का इवेंट है, तो उनको किसने रोका है. वे भी अयोध्या आएं, लेकिन आ ही नहीं रहे. 2024 के चुनाव में विपक्ष सबसे खराब स्थिति में होगी. इस बार उनकी सबसे कम सीटें आएंगी'.