उमेश पाल अपहरण केस का मुख्य आरोपी माफिया डॉन अतीक अहमद का काफिला प्रयागराज पहुंचने वाला है. अतीक को सीधे नैनी जेल पहुंचाया जाएगा. इसके साथ ही अतीक के भाई अशरफ को भी बरेली जेल से लाया गया. उसे भी आज रात नैनी जेल में ही रखा जाएगा. कल दोनों की उमेश पाल किडनैपिंग केस में पेशी होगी.
नैनी जेल के आस-पास सुरक्षा बढ़ा दी गई है. जैसे-जैसे प्रयागराज पास आ रहा है... अतीक का परिवार राहत की सांस ले रहा है. पूरे सफर में अतीक अहमद का काफिला चार जगह ठहरा है.काफिले में ब्रेक लगते ही परिवार की धड़कनें भी बढ़ जाती है. काफिले के पीछे-पीछे चल रही अतीक की बहन ने एनकाउंटर का डर जताया है.
अशरफ बोला- मैं और मेरा भाई डॉन नहीं हैं
इस बीच अतीक अहमद के भाई अशरफ का काफिला प्रतापगढ़ पहुंचने वाला है. सफर के दौरान अशरफ ने आजतक से खास बातचीत की. अशरफ ने कहा, 'योगी जी ने कहा है कि जहां-जहां माफिया डॉन हैं, उन्हें नहीं छोड़ेंगे लेकिन मैं माफिया डॉन नहीं हूं... हम आपको माफिया डॉन लग रहे हैं.. किसने कहा कि हम माफिया डॉन हैं.. मेरा भाई भी डॉन नहीं है.'
आजतक से बातचीत में अतीक अहमद के भाई अशरफ ने कहा, 'मेरे भाई पांच बार के विधायक और सांसद रह चुके हैं, मैं भी विधायक रह चुका हूं... हमारा राजनीतिक परिवार है.... जो माफिया हो उसे सरकार से डर लगे...' गाड़ी पलटने के सवाल पर अशरफ ने कहा कि अभी तक गाड़ी पंक्चर तो हुई नहीं.
अतीक ने कहा था- काहे का डर
उधर अतीक अहमद सही सलामत प्रयागराज पहुंचने वाला है. साबरमती जेल से निकलते ही अतीक ने जान को खतरे का शिगूफा जरूर छोड़ दिया. अतीक ने कहा था कि कोर्ट के कंधे पर मारने की साजिश है, लेकिन जैसे ही वह यूपी में पहुंचा तो उसके सुर बदल गए. एनकाउंटर के डर का सवाल अतीक से पूछा गया तो अतीक ने दो टूक कहा- काहे का डर.
गाड़ी पलटने की होती रही बात
अतीक के अपराधों की दुनिया में पूरा कुनबा लिपटा है. उमेश पाल के अपहरण के केस में पेशी के लिए अतीक को गुजरात से प्रयागराज तो अतीक के भाई अशरफ को बरेली से प्रयागराज शिफ्ट किया गया है. दोनों आरोपी सकुशल उत्तर प्रदेश पहुंच गए लेकिन उससे पहले गाड़ी पलटने से लेकर एकाउंटर करने जैसी आशंकाओं पर खूब सियासत हुई.
जानिए किस केस में है अतीक और अशरफ की पेशी
अतीक अहमद के खिलाफ अपहरण के केस में 28 मार्च को फैसला आने वाला है. आरोप है कि 2006 में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ ने उमेश पाल का अपहरण कर लिया था और राजू पाल मर्डर केस में गवाही नहीं देने के लिए धमकी, मारपीट और जबरन हलफनामा तक दस्तखत कराए थे.
कल हो सकता है फैसले का ऐलान
उमेश पाल ने 2007 में अतीक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया और मारे जाने से एक दिन पहले उसी मुकदमे में आखिरी गवाही भी दे दी थी. उसी मुकदमे में गवाही देने के दूसरे ही दिन उमेश पाल की प्रयागराज में हत्या कर दी गई थी लेकिन अदालत में अब ये कार्रवाई पूरी हो चुकी है और अब फैसले का ऐलान होना है.
उमेश की हत्या में भी मुख्य आरोपी है अतीक
अतीक अहमद पर उमेश पाल के अपहरण के 18 साल पुराने केस में फैसला आना है...लेकिन यही अतीक उमेश पाल की हत्या के मामले में भी मुख्य आरोपी है. 24 फरवरी को प्रयागराज में दिन दहाड़े उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी. इस सुनियोजित हमले में उमेश पाल के अलावा 2 जवानों की भी हत्या की गई थी. जिसमें पुलिस अभी तक मुख्य आरोपियों और शूटर्स तक नहीं पहुंच सकी है.
नैनी जेल में रखे जाएंगे तीनों आरोपी
इस बीच नैनी जेल प्रशासन को अतीक अहमद, अशरफ और फरहान को रखने का ऑर्डर मिल गया है. अतीक अहमद को साबरमती जेल से, अशरफ को बरेली जेल से और फरहान को चित्रकूट जेल से लाया जा रहा है. तीनों को प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल में रखा जाएगा. उमेश पाल अपहरण कांड में अतीक अहमद, अशरफ और फरहान आरोपी हैं.