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शूटर साबिर के भाई की संदिग्ध मौत के पीछे कहीं उमेश पाल हत्याकांड तो वजह नहीं?

शूटर मोहम्मद साबिर की तलाश में भले ही प्रयागराज पुलिस और एसटीएफ जिलों में खाक छान रही हो लेकिन साबिर के बड़े भाई की संदिग्ध परिस्थितियों में मिली लाश से सवाल उठने लगा है. 20 जनवरी को जाकिर अपनी बहन गुड़िया और बहनोई अकरम के पास बड़ी पुर गांव आ गया और यही पर रह रहा था लेकिन अचानक 27 फरवरी को वह लापता हो गया.

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साबिर के भाई की संदिग्ध परिस्थिति में मिली लाश
साबिर के भाई की संदिग्ध परिस्थिति में मिली लाश

उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम देने वाले ढाई लाख के इनामी शूटर मोहम्मद साबिर की तलाश में भले ही प्रयागराज पुलिस और एसटीएफ जिलों में खाक छान रही हो लेकिन साबिर के बड़े भाई की संदिग्ध परिस्थितियों में मिली लाश से  सवाल उठने लगा कि कहीं साबिर के बड़े भाई जाकिर की मौत का उमेश पाल हत्याकांड से कोई कनेक्शन तो नहीं है?

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इसी को समझने के लिए आजतक की टीम कौशांबी के कोखराज थाना क्षेत्र के बरीपुर गांव पहुंची. बताया जा रहा है कि करीब 8 साल तक पत्नी की हत्या के आरोप में जेल में सजा काटने के बाद जाकिर 5 महीने पहले ही जेल से छूटा था. शुरुआत में वह प्रयागराज में स्थित अपने घर पर ही रह रहा था, लेकिन 20 फरवरी को घर से निकाला.

20 जनवरी से लापता हुआ था जाकिर

20 जनवरी को जाकिर अपनी बहन गुड़िया और बहनोई अकरम के पास बड़ी पुर गांव आ गया और यही पर रह रहा था लेकिन अचानक 27 फरवरी को वह लापता हो गया. बता दें कि 24 फरवरी को हुए में उमेश पाल हत्याकांड के बाद से ही प्रयागराज पुलिस और एसटीएफ की टीम साबिर की तलाश में जुट गई थी. जगह-जगह छापेमारी की जा रही थी.

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27 फरवरी की शाम को मिला था शव

पुलिस ने साबिर के प्रयागराज के पुरामुफ्ती थाना क्षेत्र में स्थित मरियाडीह स्थित मकान पर भी छापेमारी की थी. इन सबके बीच 27 फरवरी की शाम से लापता जाकिर का शव 10 दिन बाद 9 फरवरी को कोखराज थानाक्षेत्र में ही गंगा के कछार इलाके में मिला. लाश कई दिन पुरानी थी. पुलिस ने लावारिस हालत में मिली लाश को अपने कब्जे में ले लिया.

पुलिस बोली- अभी तक परिजनों ने नहीं लगाए कोई आरोप

उमेश पाल हत्याकांड में ढाई लाख के इनामी साबिर के भाई जाकिर के लापता होने के बाद लाश मिलने से तमाम सवाल खड़े हो गए. इन सवालों को लेकर जब एसपी कौशांबी से बात की गई तो उन्होंने साफ कहा परिजनों ने किसी भी अनहोनी की आशंका नहीं जताई है और ना ही किसी पर आरोप लगाया है.

परिजनो ने कहा है कि जाकिर कछार के लंबे इलाके में कहीं भटक गए, लंबे समय से ब्लड प्रेशर-हाई शुगर के मरीज थे, जेल से छूटने के 2 महीने से ही मानसिक तौर पर परेशान होकर वह कई बार खुद ही चले जाते थे. एसपी कौशांबी से जब मौत की वजह और शव पर चोट को लेकर सवाल किया गया तो उनका कहना है कि पोस्टमॉर्टम के आधार पर तमाम तथ्य सामने होंगे.

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फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और पुलिस किसी भी तरह की साजिश अनहोनी की आशंका को खारिज कर रही है.

 

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