Umesh Pal Murder Case : प्रयागराज में उमेश पाल मर्डर केस में दो आरोपियों का एनकाउंटर हो चुका है. पुलिस को अब बाकी आरोपियों की तलाश है. पुलिस की कई टीमें इन्हें पकड़ने के लिए दिन-रात लगी हुई हैं. इस बीच पुलिस को उस चौथे शख्स के बारे में पता चला जो उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम देने के लिए प्रयोग में लाई गई क्रेटा कार में बैठा था.
असद के साथ ड्राइवर शाहनवाज, शूटआउट में राइफल से फायरिंग करने वाले साबिर के साथ-साथ एक अन्य व्यक्ति भी कार में बैठा था. क्रेटा कार में सवार इस चौथे शख्स की तलाश में पुलिस की टीमें लगी तो कुछ अहम सुराग हाथ लगे. असद के इस बेहद करीबी को पुलिस टीम ने हिरासत में लेकर पूछताछ की.
वैसे 24 फरवरी की शाम हुए उमेश पाल हत्याकांड में शूटर दो बाइक और क्रेटा कार से आए थे. क्रेटा कार को अतीक का तीसरा बेटा असद चला रहा था, बगल की ड्राइविंग सीट पर पुलिस एनकाउंटर में ढेर हुआ शाहनवाज था.
पिछली सीट पर बैठा था सबसे करीबी
कार की पीछे वाली बाई सीट पर अतीक का सबसे करीबी और पारिवारिक भरोसेमंद साबिर अपनी राइफल के साथ बैठा था, लेकिन साबिर के बगल में कार में चौथा शख्स भी बैठा था जो शाहनवाज की तरह कार से बाहर नहीं निकला.
जांच कर रही पुलिस टीमो ने घटनास्थल से जब मोबाइल लोकेशन खंगालना शुरू किया तो इस चौथे शख्स के बारे में पुलिस को अहम जानकारियां हाथ लगी. पुलिस सूत्रों के अनुसार इस चौथे व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ हुई. यह चौथा शख्स असद का बेहद करीबी, मुंह लगा और असद के कई शौक पूरे करने वाला भरोसेमंद था.
दरअसल उमेश पाल हत्याकांड के शुरुआती सीसीटीवी में साफ दिखाई पड़ रहा है कार के रुकते ही ड्राइविंग सीट से असद दौड़ते हुए बाहर निकलता है. दौड़ते हुए ही वह अपनी पिस्टल कॉक करता है और अंधाधुंध फायरिंग करने लगता है.
कार की पिछली सीट से साबिर राइफल लेकर निकलता है और वह हवाई फायरिंग करते हुए पहले लोगों को रोकने का काम करता है और फिर साबिर आगे बढ़कर उमेश पाल के गनर संदीप निषाद जो कार में उमेश पाल के बगल वाली सीट पर पीछे बैठे था, उमेश पाल को गोली मारने के बाद साबिर राइफल से गनर संदीप निषाद को भी गोली मार देता है. इस बीच कार तेजी से दूसरी साइड आती है सारे शूटर भागते हैं.
सीसीटीवी में बैठने के दौरान साबिर पहले ड्राइवर की पीछे वाला गेट खोलता है, लेकिन फिर गेट बंद कर कार के पीछे दूसरी साइड की तरफ जा कर बैठ फरार हो जाता है. पुलिस को अपराधियों के कार से भागने के इसी सीसीटीवी से उस चौथे शख्स के बारे में भनक लगी, जिसको देखने के बाद अफसरों को लगा कि कार को ड्राइव शहनवाज जरूर कर रहा था, लेकिन उसके पीछे वाली सीट पर जरूर कोई बैठा था, जिसको देखकर साबिर दूसरी साइड से कार में घुस जाता है.
हो गई है पहचान
पुलिस सूत्रों के अनुसार इस चौथे शख्स की पहचान हो चुकी है. कॉल डिटेल और मोबाइल लोकेशन के आधार पर इसको हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. पकड़ा गया लड़का भी असद का हमउम्र है. नाम ना छापने की शर्त पर एक अफसर ने तो यहां तक दावा किया कि यह चौथा शख्स असद के कई शौक को पूरा करने वाला हमराज है जो हमेशा असद के साथ रहता है. फिलहाल इस हत्याकांड में इस चौथे अज्ञात किरदार से जो पूछताछ की जा रही है असद के संभावित ठिकानों को लेकर पूछताछ की जा रही है.
हत्याकांड में दूसरा एनकाउंटर
विजय चौधरी उर्फ उस्मान का उमेश पाल हत्याकांड में दूसरा एनकाउंटर हुआ. इससे पहले पुलिस ने अतीक अहमद के करीबी अरबाज को ढेर कर दिया था. उमेश पाल की हत्या में जिस क्रेटा कार का इस्तेमाल किया गया था, उसे अरबाज ही चला रहा था. अरबाज, अतीक अहमद की गाड़ी भी चलाता था.
44 सेकंड में घटना को दिया अंजाम
प्रयागराज में 24 फरवरी को उमेश पाल और उसके दो गनर्स की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. उमेश पाल राजूपाल हत्याकांड में गवाह थे. उमेश के गाड़ी से उतरते ही बदमाशों ने उनकी पर फायरिंग कर दी थी. इस दौरान उनकी और उनके गनर की गोली लगने से मौत हो गई. बदमाशों ने इस हत्याकांड को 44 सेकेंड में अजाम दिया.
सामने आई नई थ्योरी
उमेश पाल की हत्या का आरोप अतीक अहमद पर लग रहा है. अतीक इन दिनों साबरमती जेल में बंद है. पुलिस को शक है कि जेल में रहते ही अतीक ने मर्डर की पूरी साजिश रची. दरअसल, अतीक अहमद राजूपाल हत्या कांड का मुख्य आरोपी है. उमेश पाल राजूपाल हत्याकांड में गवाह था. इतना ही नहीं इस हत्याकांड की वजह को लेकर पुलिस की एक नई कहानी सामने आई है. पुलिस कह रही है कि उमेश पाल का एक जमीन को लेकर अतीक अहमद के साथ विवाद चल रहा था.
कहां भाग गया है अतीक का बेटा असद ?
अतीक अहमद का तीसरे नंबर का बेटा असद अभी फरार है. यूपी पुलिस और एसटीएफ की कई टीमें जिस असद को खोज रही हैं, वह कहां है? इस सवाल का जवाब उमेश और दोनों सरकारी गनर के परिजनों के साथ ही यूपी की आम-अवाम भी जानना चाह रही हैं. अभी तक की जानकारी के मुताबिक, असद नेपाल भाग गया है.
एस्केप का था फुलप्रूफ प्लान
पुलिस को जानकारी मिली है कि अतीक अहमद के बेटे मोहम्मद असद ने बहराइच के रास्ते नेपाल में शरण ले ली है. प्रयागराज से फरार होने के बाद शूटर पहले से ही तय किए अपने अड्डे में जाकर बैठ गए हैं और किसी के भी संपर्क में नहीं हैं. पुलिस को शक है कि घटना को अंजाम देने के साथ-साथ एस्केप प्लान भी फुलप्रूफ बनाया था.
मुख्तार अंसारी का नेक्सस कर रहा है मदद
उमेश पाल हत्याकांड के शूटर के मददगारों में मुख्तार अंसारी गैंग के भी सदस्यों का नाम सामने आ रहा है. पुलिस को आशंका है कि शूटरों को छिपने और भागने में माफिया डॉन अतीक अहमद के साथ-साथ मुख्तार अंसारी का नेटवर्क भी मदद कर रहा है. मुख्तार अंसारी के नेक्सस से जुड़े कई संदिग्ध नंबर लखनऊ और बहराइच में एक्टिव मिले हैं.
पुलिस को किन शूटरों की है तलाश?
रविवार को ही पुलिस ने पांच शूटरों पर ढाई लाख रुपये का इनाम घोषित किया है. इसमें अतीक अहमद का बेटा असद, अरमान, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम और साबिर शामिल हैं. यूपी एसटीएफ की अब तक की तफ्तीश यही कहती है कि हत्या की साजिश गुजरात की साबरमती जेल में बंद पूर्व सांसद अतीक अहमद ने रची थी, जिसे एक प्लानिंग के तहत अंजाम दिया गया.
इसी प्लानिंग का हिस्सा रहे सदाकत खान को भी गिरफ्तार किया गया था, वो मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल के कमरा नंबर 36 में रह रहा था. सदाकत उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के बारा गहमर गांव का रहने वाला है.