Prayagraj News: उमेश पाल हत्याकांड में इस्तेमाल की गई कार किसकी थी, पुलिस ने इस मिस्ट्री को सुलझा लिया है. बताया जा रहा है कि पुलिस ने क्रेटा कार के मालिक रुखसार नाम के व्यक्ति को पकड़ लिया है. रुखसार अहमद यूपी के बहराइच में छिपा हुआ था. क्रेटा कार के दस्तावेजों में रुखसार का नाम दर्ज था, जिसको लेकर पुलिस ने यह कार्रवाई की है. यह कार अतीक अहमद के घर के पास मिली थी.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, रुखसार अहमद प्रयागराज के करेली में ट्रेवल एजेंसी का संचालक है. घटना के बाद से रुखसार परिवार के साथ फरार हो गया था. यह कार नफीस अहमद नाम के व्यक्ति ने करेली के रहने वाले रुखसार अहमद को ट्रांसफर कर दी थी. कार मालिक रुखसार अहमद नफीस अहमद का करीबी रिश्तेदार बताया जा रहा है.
मुठभेड़ की मजिस्ट्रियल जांच के दिए आदेश
उमेश पाल हत्याकांड में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश हुए हैं. बताया जा रहा है कि मुठभेड़ में मारे गए शूटर विजय चौधरी उस्मान और अरबाज की मजिस्ट्रियल जांच होगी. डीएम प्रयागराज ने दोनों के मुठभेड़ की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं. मुठभेड़ के संबंध में कोई व्यक्ति जानकारी देकर बयान दर्ज करा सकता है, साथ ही कोई गोपनीय साक्ष्य भी उपलब्ध करा सकता है.
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इस संबंध में कहा गया है कि 31 मार्च की शाम पांच बजे तक एडीएम प्रशासन के कार्यालय में पेश होकर बयान दर्ज कराए जा सकते हैं. बता दें कि 27 फरवरी को अरबाज धूमनगंज के नेहरू पार्क में मुठभेड़ के दौरान ढेर हो गया था, जबकि विजय चौधरी उर्फ उस्मान कौंधियारा इलाके में 6 मार्च को हुई पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था.
अतीक अहमद के घर से 200 मीटर दूर मिली थी कार
बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या के बाद उत्तर प्रदेश में स्पेशल टास्क फोर्स की 10 टीमें आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही हैं. घटना के बाद अतीक अहमद के घर के पास से सफेद रंग की क्रेटा कार बरामद हुई थी. इस हत्या का आरोप अतीक अहमद और उसके बेटों पर है. बदमाश गोलियां बरसाने के बाद कार छोड़कर फरार हो गए थे.
घटना को अंजाम देने के बाद शूटर कार को अतीक अहमद के घर के पास छोड़कर फरार हो गए थे. ये कार अतीक अहमद के घर से 200 मीटर की दूरी पर खड़ी मिली थी. सफेद रंग की क्रेटा कार में नंबर प्लेट भी नहीं थी. पुलिस ने कार को जब्त कर लिया था.
अतीक अहमद गैंग के थे सात में से दो शूटर
उमेश पाल की हत्या में इस्तेमाल क्रेटा कार भी सफेद रंग की थी. सफेद रंग की क्रेटा कार से ही शूटर उमेश पाल का पीछा करते हुए पहुंचे थे. जांच में सामने आया था कि उमेश पाल की हत्या करने आए 7 में 2 शूटर अतीक अहमद गैंग के थे. कार के इंजन नंबर व चेचिस नंबर के सहारे पुलिस जांच में जुटी हुई थी.
कातिलों को तलाश रही हैं STF की 10 टीमें
हमलावरों की तलाश में पुलिस और एसटीएफ की 10 टीमें लगातार छापेमारी और चेकिंग कर रही हैं. हत्यारों को पकड़ने के लिए प्रयागराज से बाहर जाने वाले रास्तों पर पुलिस विशेष चेकिंग अभियान चला रही है. पुलिस दबाव के चलते आरोपी प्रयागराज छोड़कर ना भाग जाएं, इसलिए जिले की सीमा पर भी चेकिंग चल रही है.
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क्या था पूरा मामला?
बता दें कि यूपी में साल 2004 के आम चुनाव में फूलपुर से सपा के टिकट पर अतीक अहमद को सांसद चुना गया था. इसके बाद इलाहाबाद पश्चिम विधानसभा सीट खाली हो गई थी. इस सीट पर हुए उपचुनाव में सपा ने अतीक अहमद के छोटे भाई अशरफ को टिकट दिया था. लेकिन बसपा ने उसके सामने राजू पाल को खड़ा किया. उस उपचुनाव में बसपा प्रत्याशी राजू पाल ने अतीक अहमद के भाई अशरफ को हरा दिया था.
उपचुनाव में जीत दर्ज कर पहली बार विधायक बने राजू पाल की कुछ महीने बाद 25 जनवरी 2005 को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड में देवी पाल और संदीप यादव की भी मौत हुई थी. दो अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इस हत्याकांड में सीधे तौर पर सांसद अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ का नाम सामने आया था. उमेश पाल इसी हत्या के मामले में मुख्य गवाह थे.
24 फरवरी को कर दी गई थी उमेश पाल की हत्या
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बीती 24 फरवरी को उमेश पाल और उनके 2 सुरक्षाकर्मियों संदीप निषाद और राघवेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, 2 बेटों, अतीक के साथी गुड्डू मुस्लिम, गुलाम मोहम्मद और 9 अन्य पर केस दर्ज कराया था. मामले में पुलिस की कार्रवाई जारी है.