राष्ट्रीय बहुजन समाजवादी मंच के बैनर तले हो रहे कार्यक्रम 'सामाजिक न्याय सम्मेलन' में शामिल होने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य यूपी के मऊ जिले पहुंचे. इस दौरान उन्होंने हत्यारोपियों के खिलाफ बुलडोजर की कार्रवाई का स्वागत किया. कहा कि उमेश पाल की हत्या में जिसका भी इंवॉल्वमेंट है, उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. हत्यारों के प्रति किसी की हमदर्दी नहीं है.
अतीक अहमद के खिलाफ कार्रवाई को लेकर कहा कि उमेश पाल की हत्या में जिनका भी इंवॉल्वमेंट है, उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. वहीं बुलडोजर की कार्रवाई के सवाल स्वामी प्रसाद बोले कि इस बात को पुलिस स्पष्ट करेगी कि हत्यारे कौन हैं. हत्यारों के खिलाफ बुलडोजर चल रहा है तो हम उसका स्वागत करते हैं.
रामचरितमानस पर बयान देकर विवादों में घिरे थे स्वामी
गौरतलब है कि सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य रामचरितमानस को लेकर अपने बयान की वजह से विवादों में चल रहे हैं. उन्होंने कहा था कि कई करोड़ लोग रामचरित मानस को नहीं पढ़ते, सब बकवास है. यह तुलसीदास ने अपनी खुशी के लिए लिखा है.
स्वामी प्रसाद मौर्य यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि सरकार को इसका संज्ञान लेते हुए रामचरित मानस से जो आपत्तिजनक अंश है, उसे बाहर करना चाहिए या इस पूरी पुस्तक को ही बैन कर देना चाहिए. ये भी कहा कि ब्राह्मण भले ही लंपट, दुराचारी, अनपढ़ और गंवार हो, लेकिन वह ब्राह्मण है तो उसे पूजनीय बताया गया है, लेकिन शूद्र कितना भी ज्ञानी, विद्वान या फिर ज्ञाता हो, उसका सम्मान मत करिए. क्या यही धर्म है?
कई थानों में दर्ज हुई थी शिकायत
इस बयान की वजह से स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ कई थानों में शिकायत भी दर्ज हुई थी. इतना ही नहीं एक टीवी कार्यक्रम में राजू दास परमहंस के साथ उनकी तीखी बहस हो गई थी. बहस की वजह से नौबत मारपीट तक आ गई थी.
डिबेट के दौरान राजू दास परमहंस इस बात पर भड़क गए कि स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा भगवान राम का अपमान किया गया. इसी वजह से डिबेट के दौरान दोनों तरफ से तीखी बहस शुरू हो गई. देखते ही देखते माहौल ज्यादा गर्म हो गया और मारपीट तक की नौबत आई.
राजू दास ने दावा किया था कि स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थकों ने उन्हें पीटा. इस वजह से वो मौर्य के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाने जा रहे हैं. उधर, स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी पुलिस कमिश्नर को पत्र लिख दिया था. स्वामी प्रसाद ने पत्र में कहा था कि ताज होटल में आयोजित कार्यक्रम से निकलने के दौरान अयोध्या के हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास और उनके समर्थकों के द्वारा तलवार और फरसा से हमले की कोशिश की गई.