उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड में यूपी एसटीएफ ने बड़ा एक्शन लिया है. एसटीएफ ने हत्याकांड में साजिश रचने के आरोपी माफिया अतीक अहमद के बहनोई को मेरठ से गिरफ्तार किया है. बाहुबली अतीक अहमद के बहनोई अखलाक अहमद को एसटीएफ और प्रयागराज पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन के तहत पकड़ा है.
बताया जा रहा है कि अतीक अहमद का बहनोई अखलाक अहमद मेरठ के नौचंदी थाना क्षेत्र के भवानी नगर में रहता है. अखलाक अहमद ने उमेश पाल हत्याकांड में आरोपियों को फाइनेंशियल सपोर्ट दिया था. उमेश पाल हत्याकांड के बाद कई बार पहले भी अखलाक से पूछताछ की गई थी. पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया था. प्रयागराज पुलिस ने जांच के बाद अखलाक को एसटीएफ के साथ ज्वाइंट ऑपरेशन में गिरफ्तार किया है.
बता दें कि उमेश पाल किडनैपिंग केस में माफिया अतीक अहमद को उम्रकैद की सजा हो चुकी है, वहीं अतीक का भाई अशरफ अहमद बरी हो चुका है, लेकिन अब सबकी नजर उमेश पाल मर्डर केस पर है.
17 साल पुराने मामले में सुनाई जा चुकी है सजा
17 साल पुराने उमेश पाल अपहरण केस में बीते दिनों प्रयागराज की एमपी-एमएलए कोर्ट ने फैसला सुनाया था. कोर्ट ने बाहुबली अतीक अहमद समेत 3 आरोपियों को दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी.
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कोर्ट ने अपहरण के मामले में अतीक के अलावा हनीफ, दिनेश पासी को भी दोषी पाया था. कोर्ट ने तीनों पर 1- 1 लाख का जुर्माना लगाया, जबकि अतीक के भाई अशरफ समेत 7 को बरी कर दिया गया. अतीक पर 100 से ज्यादा केस दर्ज हैं, लेकिन पहली बार उसे किसी केस में सजा सुनाई गई.
अतीक अहमद के ध्वस्त हो चुके दफ्तर में मिले थे हथियार व कैश
माफिया अतीक अहमद गैंग के करीबी गुर्गे को कार्रवाई के दौरान पुलिस ने पकड़ लिया था, उसकी निशानदेही पर हथियार और करीब 80 लाख कैश मिला था. अतीक अहमद के चकिया इलाके में ध्वस्त किए जा चुके दफ्तर में हथियार और कैश छिपा था. बरामद 10 असलहों में 5 पिस्टल .30 बोर की थी. उमेश पाल Shootout में भी same calibre की पिस्टल इस्तेमाल की गई थी. पिस्टल के साथ spring field राइफल के कारतूस मिले थे.
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24 फरवरी को प्रयागराज में कर दी गई थी उमेश पाल की हत्या
बता दें कि प्रयागराज में बीते 24 फरवरी को उमेश पाल और उनके सुरक्षा कर्मियों की बदमाशों ने गोली और बम मारकर हत्या कर दी थी. उमेश पाल कुछ साल पहले हुई राजू पाल की हत्या के मामले में गवाह थे. 24 फरवरी को उमेश गाड़ी से उतर रहे थे, उसी दौरान बदमाशों ने उन पर फायरिंग कर हत्या कर दी थी. इस दौरान उमेश के साथ उनके गनर की भी मौत हो गई थी. बदमाशों ने इस हत्याकांड को 44 सेकेंड में अंजाम दिया था.
राजू पाल की हत्या में गवाह उमेश का कर लिया गया था अपहरण
राजू पाल की हत्या के केस में अतीक अहमद, उसका भाई अशरफ समेत पांच आरोपी नामजद थे. जबकि पुलिस ने चार अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया था. इस केस में राजू पाल के रिश्तेदार उमेश पाल मुख्य गवाह थे. उमेश का 28 फरवरी 2006 को अपहरण कर लिया गया था. इसका आरोप अतीक अहमद और उसके साथियों पर लगा था.