यूपी में सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर का बीजेपी से गठबंधन की अटकलों के बीच अब यह भी चर्चा हो रही है कि गाजीपुर लोकसभा उपचुनाव में बीजेपी राजभर के बेटे अरुण पर दांव लगा सकती है. जानकारी के मुताबिक बीजेपी का सुभासपा के साथ जल्द ही गठबंधन हो सकता है. इसके पहले सुभासपा द्वारा बीजेपी के सामने रखी शर्तों पर मंथन किया जा रहा है.
सूत्रों के मुताबिक इस मामले में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह खुद नजर रखे हुए हैं. इस मामले में बीजेपी अगले एक हफ्ते में फैसला ले सकती है. हाल में दिल्ली बुलाए गए प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और डिप्टी सीएम बृजेश पाठक से अमित शाह की मुलाकात के बाद यह माना जा रहा है कि बीजेपी गाजीपुर उपचुनाव में ओमप्रकाश राजभर के बेटे को चुनाव लड़ा सकती है या फिर वह सीट सुभासपा के लिए छोड़ सकती है. दरअसल गैंगस्टर केस में सजा मिलने के बाद अफजाल अंसारी की सांसदी चली गई थी. 2019 में गाजीपुर लोकसभा सीट पर अफजाल को जीत मिली थी.
वहीं सूचना यह भी है कि बीजेपी के साथ पूर्ण गठबंधन होने पर ओम प्रकाश राजभर को योगी कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है. इससे पहले जब राजभर ने बीजेपी के साथ गठबंधन किया था, तब उन्हें योगी कैबिनेट में पिछड़ा कल्याण मंत्री बनाया गया था.
ओम प्रकाश राजभर ने पिछले महीने भदोही में बीजेपी नेता से मुलाकात करने के बाद बीजेपी से गठबंधन के सवाल कहा था कि राजनीति में सब संभव है. सभी के लिए हमारे दरवाजे खुले हैं. कोई रोक नहीं हैं. मेरी कोई बड़ी डिमांड नहीं है. सारी बात हमारी नहीं मानी जा सकती, हम उनकी सारी बात नहीं मान सकते. कुछ बात उनकी भी मानी जाएगी, कुछ हमारी भी मानी जाएगी, तो कमोबेश बात बन सकती है.
ओम प्रकाश राजभर के बेटे अरुण की 11 जून को शादी थी. राजभर ने 13 जून को वाराणसी के फत्तेहपुर गांव स्थित अपने आवास पर रिसेप्शन आयोजित किया था. इस कार्यक्रम में अरुण को बधाई देने लिए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी के अलावा डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, जल संसाधन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, खेलमंत्री गिरीश चंद्र यादव, बलिया सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त समेत कई अन्य बीजेपी विधायक पहुंचे थे. पीएम नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें बधाई संदेश भेजा है.
मई में जब डिप्टी सीएम बृजेश पाठक अमेठी दौरे पर गए थे तब उनसे मीडिया ने पूछा था कि क्या बीजेपी लोकसभा चुनाव से पहले सुभासपा के साथ गठबंधन करेगी तो इस पर उन्होंने कहा था, "यह तो समय ही बताएगा लेकिन ओम प्रकाश राजभर हमारे मित्र हैं. वह कहीं भी रहें, लेकिन लंबे समय से हमारे साथ हैं, हमारी मित्र मंडली में हैं."