यूपी के बदायूं में मंगलवार शाम को हुई दो बच्चों की हत्या से हड़कंप मच गया. पुलिस ने आरोपी साजिद का तीन घंटे के भीतर ही एनकाउंटर कर दिया. जिन बच्चों की हत्या हुई है, उनके पिता ने कहा कि साजिद से उनकी कोई दुश्मनी नहीं थी. वह बच्चों के बाल भी काटता था.
मृतक बच्चों के पिता विनोद सिंह ने कहा, "समझ नहीं आ रहा है आखिर साजिद ने बेटों की हत्या क्यों की. साजिद ने मेरी पत्नी से पांच हजार रुपये मांगे थे, जो उसे दे दिए गए." उन्होंने कहा कि साजिद के भाई जावेद का पकड़ा जाना बेहद जरूरी है, जिससे कि पता चल सके कि दोनों बच्चों की हत्या की मुख्य वजह क्या थी. किसी दूसरे के इशारे पर तो यह हत्या नहीं हुई. साजिद के एनकाउंटर के बाद अब जावेद पकड़ा जाएगा तभी पता चलेगा की हत्या क्यों हुई. इसलिए उसका एनकाउंटर नहीं, जिंदा पकड़ा जाना ज्यादा जरूरी है."
यह घटना बदायूं के सिविल लाइंस थाना इलाके की बाबा कॉलोनी की है, जहां मंगलवार देर शाम साजिद नाम का शख्स अपनी दुकान के सामने वाले विनोद सिंह के घर आया था. इस दौरान उसने विनोद सिंह की पत्नी से पांच हजार रुपये मांगे थे. जब रुपये ले लिए तो उसने कहा कि तबीयत कुछ ठीक नहीं लग रही है और छत पर चला गया. जहां दोनों बच्चे आयुष (12) और आहान (6) थे, उसने उन पर हमला कर दिया. जिसमें उनकी मौत हो गई.
साजिद के भाई जावेद के खिलाफ FIR दर्ज
बच्चों के पिता विनोद सिंह की ओर से बदायूं के सिविल लाइंस थाने में एफआईआर दर्ज करा दी गई है. इसमें साजिद के साथ-साथ उसके भाई जावेद को भी आरोपी बनाया गया है. पुलिस ने साजिद को एनकाउंटर में ढेर कर दिया है, अब जावेद की तलाश में जुटी है. पुलिस जावेद की तलाश में संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. बच्चों की हत्या जिस हथियार से की गई थी पुलिस ने उसको आरोपी साजिद के पास से बरामद कर लिया है. हालांकि इससे पहले बरेली जोन के आईजी ने कहा था कि इस घटना में एक ही आरोपी साजिद था.
जिंदा बचे बच्चे ने क्या बताया?
इस घटना के चश्मदीद मृतकों के भाई युवराज ने बताया कि साजिद ने मेरे बड़े भाई से चाय मंगवाई थी और छोटे भाई से पानी मंगवाया था. जब बड़ा भाई चाय लेकर आया तो उसको मार दिया और फिर छोटा आया तो उसे भी मार दिया. मेरा छोटा वाला भाई चीखा था तब मैं ऊपर गया था. जब मैं छत पर गया था तो वो दोनों भाइयों को मार चुका था और गेट बंद कर रहा था. उन्होंने मुझे देखा तो मुझे भी मारने की कोशिश की. मैं तभी उन्हें धक्का देकर भाग गया था. वारदात के समय साजिद और जावेद दोनों मौजूद थे.
बदायूं के SSP ने क्या बताया?
बदायूं के एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि कानून-व्यवस्था पूरी तरह सामान्य है. हम सोशल मीडिया पर नजर बनाए हुए हैं. आरोपी साजिद अपना नाई का खोखा पीड़ित परिवार के घर के सामने रखता था. उसके घर में आना-जाना भी था. मंगलवार शाम 7:30 बजे वे घर के अंदर गया और छत पर दोनों बच्चे खेल रहे थे. उन पर हमला किया और दोनों बच्चों की हत्या कर दी. वो जब जाने लगा तो भीड़ ने पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वे भीड़ से निकल कर भाग गया. पुलिस को सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंच कर स्थिति को संभाला. पुलिस ने घेराबंदी कर उसे पकड़ने की कोशिश की तो उसने पुलिस पर फायर किया. जवाबी फायरिंग में उसकी मृत्यु हो गई."