पुरानी फिल्मों के मशहूर कलाकार अदाकार महमूद का एक गाना काफी चर्चित रहा था, जिसमें गाने के बोल कुछ इस तरह हैं- हम काले हैं तो क्या हुआ मगर दिल वाले हैं. उस वक्त ये गाना काफी पसंद किया गया था, लेकिन अब दौर पूरी तरह बदल चुका है. आज के दौर में काले दूल्हे को देखकर दुल्हन शादी से इनकार कर देती है और बारात को बिना दुल्हन वापस लौटना पड़ता है. यह मामला यूपी के रामपुर जिले का है.
दूल्हा का रंग काला होने पर दुल्हन पक्ष के लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया. जिस पर बारात बिन दुलहन के घर वापस लौट गई. दोनों पक्षों में समझौते के प्रयास किए जा रहे हैं. यह मामला इलाके में चर्चा का विषय बन गया है. रामपुर के स्वार इलाके में एक युवती का रिश्ता कुछ दिन पहले रामपुर के ही मोहल्ला पहाड़ी गेट के रहने वाले सोन से तय हुआ था. शुक्रवार की रात दूल्हा पक्ष के लोग बारात लेकर दुल्हन के गांव पहुंच गए. बारातियों की खूब आव-भगत और खातिरदारी हुई.
जयमाला से पहले अचानक ऐसा क्या हुआ कि दुल्हन ने बैरंग लौटा दी बारात, जानें पूरा मामला
जयमाला के बाद शुरू हुई काना-फूसी
बारात धूमधाम से चढ़ाई गई और दूल्हा-दुल्हन ने जयमाला भी डाल दी. इसके बाद दुल्हन पक्ष की महिलाओं में दूल्हे के काला होने की काना-फूसी शुरू हो गई. देखते ही देखते महिलाओं ने विरोध शुरू कर दिया. दूल्हा पक्ष के लोगों ने दुल्हन पक्ष के लोगों को काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन दुल्हन पक्ष के लोग मानने को तैयार नहीं हुए. जिसके चलते देर रात दूल्हा पक्ष के लोग बिना दुल्हन को लिए घर वापस लौट गए. जिसके कारण शादी की खुशी धरी की धरी रह गई.
रामपुर की कोतवाली स्वार की रहने वाली दुल्हन का और सिविल लाइन कोतवाली के रहने वाले दूल्हा सोनू की यह खबर रामपुर में चर्चाओं में है कि दूल्हा का रंग काला होने की वजह से उसकी शादी नहीं हो पाई. दुल्हन और उसके घर वालों ने शादी से साफ इनकार कर दिया.
दूल्हे को अभी भी उम्मीद
बहरहाल अभी भी दूल्हा शादी से ना उम्मीद नहीं हुआ है और दूल्हा पक्ष के लोग दुल्हन पक्ष के लोगों को अभी भी मनाने में लगे हुए हैं. कुछ लोग भी हैं जो इस मामले में दुल्हन पक्ष को मनाने की कोशिश कर रहे हैं और लगातार पंचायत का दौर भी जारी है. दूल्हा अभी भी दुल्हन की आस में पलके बिछाए उम्मीद लगाए बैठा है कि शायद दुल्हन का दिल दूल्हा के लिए पसीज जाए और वह इस शादी से हां कर दे.