लखनऊ SGPGI की डॉक्टर को डिजिटल अरेस्ट कर 2 करोड़ की ठगी करने वाले तीन साइबर अपराधियों को यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है. ठगों ने उन्हें नेशनल सिक्योरिटी का डर दिखाकर नया फोन खरीदवाया था. फिर उसी के सहारे सात दिनों तक डिजिटल अरेस्ट कर सरकारी खाते में पैसा ट्रांसफर करने के नाम पर करोड़ों रुपये ऐंठ लिये थे.
डिजिटल अरेस्टिंग कर ठगी करने वाले गिरोह के सदस्य कभी खुद को कभी ED तो कभी CBI अधिकारी बनकर लोगों से ठगी करते थे. गिरफ्तार ठगों में ओड़िशा की हरिप्रिया प्रधान, प्रयागराज के जितेंद्र कुमार यादव और गाजीपुर के हितेश उर्फ ज्ञानचंद्र शामिल हैं. STF गिरफ्तार हुए आरोपियों की बैंक खाते समेत वॉलेट की जानकारी जुटा रही है.
STF की टीम गिरोह के तीनों सदस्यों को लखनऊ से अरेस्ट कर स्थानीय थाने के सुपुर्द कर दिया है. पीजीआई की डॉक्टर को मनी लॉन्ड्रिंग और नेशनल सिक्योरिटी का डर दिखाकर ठगों ने नया फोन खरीदने को मजबूर कर दिया. फिर उसके जरिए करोड़ों रुपये सरकारी खाता बताकर अपने अकाउंट में डलवा लिये.
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साइबर अपराधी लोगों को ठगी का शिकार बनाने के लिए ऐसे-ऐसे कहानी बुन रहे हैं, जिसके खौफ में अच्छे से अच्छा पढ़े-लिखे जानकार लोग फंस जा रहे हैं. पिछले महीने अगस्त में ऐसा ही मामला लखनऊ से सामने आया था. यहां पीजीआई की डॉक्टर से को मनी लॉन्ड्रिंग और नेशनल सिक्योरिटी का डर दिखाकर ठगों ने उन्हें डिजिटल अरेस्ट कर लिया. फिर उनसे 2 करोड़ रुपये ठग लिये थे.