उत्तर प्रदेश पुलिस अब अपराध और अपराधियों पर नकेल कसने के लिए पंचांग के अनुसार काम करेगी. उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने रात के अंधेरे में होने वाले अपराध पर अंकुश लगाने के लिए जारी किए अपने सर्कुलर में आदेश दिया है कि थाना प्रभारी हिंदू पंचांग की अमावस्या तिथि से एक सप्ताह पहले और एक सप्ताह बाद विशेष सतर्कता रखें. इस दौरान हुई घटनाओं की क्राइम मैपिंग कराई जाए.
डीजीपी ने अपने सर्कुलर के साथ हिंदू पंचांग की कॉपी भी सभी अफसरों को भेजी है ताकि उन्हें पता रहे कि अमावस्या कब पड़ रही है और कब ज्यादा अपराध होंगे. डीजीपी विजय कुमार की तरफ से जारी किए गए आदेश में साफ लिखा गया है कि हिंदू पंचांग के अंधेरे पक्ष यानी कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि के 1 सप्ताह पूर्व और 1 सप्ताह बाद रात के समय अधिक घटनाएं होती हैं. वरिष्ठ अधिकारी के स्तर पर यह विश्लेषण हर महीने किया जाए.
हॉटस्पॉट चिन्हित कर गश्त करेंगे पुलिसकर्मी
प्रत्येक माह में कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को चिन्हित किया जाए. अमावस्या तिथि से 1 सप्ताह पहले और 1 सप्ताह बाद रात में होने वाले अपराध का सीसीटीएनएस और डायल 112 से सूचनाओं का मिलान कर क्राइम मैपिंग कराई जाए और ऐसी जगहों को चिन्हित किया जाए जहां अमावस्या की तिथि के आसपास अपराध हुआ है. सभी थाना प्रभारी अपने-अपने थाना क्षेत्रों में क्राइम मैपिंग के अनुसार हॉटस्पॉट चिन्हित कर गश्त करेंगे.
पुलिस स्टेशन में भेजा गया पंचांग
डीजीपी विजय कुमार के 3 पेज के सर्कुलर के साथ अगस्त महीने का हिंदू पंचांग भी भेजा गया है ताकि अफसरों को पता रहे कि अगस्त महीने में 16 तारीख और सितंबर और अक्टूबर की 14 तारीख को अमावस्या पड़ेगी. पंचांग भेजने के पीछे यह उद्देश्य है कि पुलिस अधिकारी पहले से अपने काम की प्लानिंग कर सकें.
DGP को भेजेंगे रिपोर्ट
फिलहाल DGP विजय कुमार की तरफ से जारी किए गए सर्कुलर पर अमावस्या की तिथि से एक सप्ताह पहले और एक सप्ताह बाद होने वाले अपराध का विश्लेषण शुरू कर दिया गया है. जल्द कई जिले अमावस्या पर हुई घटनाओं की रिपोर्ट भी DGP मुख्यालय को भेजेंगे.