यूपी में नमाज के लिए रोडवेज बस रुकवाने के आरोप में निलंबित चल रहे परिचालक की मैनपुरी में ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई. उसका शव रेलवे ट्रैक पर पड़ा मिला. पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराने के बाद उसे परिजनों को सौंप दिया, जिसके बाद उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया.
यूपी रोडवेज का सस्पेंडेड कंडक्टर मोहित यादव मैनपुरी के घिरोर थाना क्षेत्र के नगला खुशाली का रहने वाला था. वह बरेली डिपो में संविदा पर परिचालक के पद पर तैनात था. 3 जून को मोहित यादव बस को बरेली से दिल्ली लेकर जा रहे थे. शहर से निकलते ही किसी वजह से बस रोक दी गई.
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बस के यात्रियों ने पढ़ी थी नमाज
इस दौरान बस सवार कुछ यात्रियों ने बस के आगे ही नमाज पढ़ी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इस वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए रोडवेज के अधिकारियों ने मोहित को निलंबित कर दिया था. उसके बाद से मोहित अपने गांव नगला खुशाली में रहने लगा था.
ट्रेन चालक ने स्टेशन मास्टर को दी जानकारी
जानकारी के मुताबिक, वह गांव से घिरोर स्थित अपने घर नगला खुशाली के लिए निकला था, लेकिन पहुंचा नहीं. रात में कोसमा स्टेशन के क्रासिंग के पास आनंद विहार एक्सप्रेस की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई. ट्रेन के चालक ने स्टेशन अधीक्षक को ये सूचना दी कि कोई व्यक्ति ट्रेन की चपेट में आ गया.
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शव के पास पड़े मोबाइल से हुई पहचान
मोबाइल फोन से मोहित यादव की पहचान हो पाई तो उसके परिजनों को सूचना दी गई. गांव वालों और परिजनों की मानें तो निलंबित होने के बाद मोहित डिप्रेशन में रहने लगा था, लेकिन किसी को जरा भी आभास नहीं था कि मोहित ऐसा कदम भी उठा सकता है.