पुलिस और रेलवे कर्मचारियों ने जहानाबाद थाना क्षेत्र के पीलीभीत-बरेली रेलवे ट्रैक से 25 फुट लंबी लोहे की छड़ बरामद की है. मामले में पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है. क्षेत्राधिकारी (नगर) दीपक चतुर्वेदी ने बताया कि 22 नवंबर को रात 9:20 बजे लालौरी खेड़ा के पास रेलवे ट्रैक पर करीब 12 मिमी व्यास की 25 फुट लंबी लोहे की छड़ मिली. इस छड़ से पीलीभीत और बरेली के बीच चलने वाली ट्रेन संख्या 05312 का इंजन टकरा गया और ट्रेन करीब 5 मिनट तक वहां रुकी रही.
पुलिस को संदेह ट्रैक काटने के लिए रखा गया था छड़
चतुर्वेदी ने बताया कि मामले की जांच के लिए पुलिस, रेलवे पुलिस (जीआरपी) और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की टीमें मौके पर पहुंचीं. रेलवे के वरिष्ठ सेक्शन इंजीनियर नेत्र पाल सिंह ने बताया कि जहानाबाद और शाही रेलवे स्टेशनों के बीच रेलवे क्रॉसिंग के पास लोहे की छड़ को ट्रैक पर रखा गया था.
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सिंह ने कहा कि इस कृत्य को ट्रेन को नुकसान पहुंचाने के इरादे से किया गया था. ट्रैक पर रखी गई लोहे की छड़ जहानाबाद क्रॉसिंग के पास रेलवे द्वारा ध्वस्त किए जा रहे अंडरपास से ली गई थी. पुलिस को संदेह है कि इसे ट्रैक को काटने के लिए रखा गया होगा, क्योंकि यह काफी लंबा था.
उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है. पुलिस किसी भी सुराग को खोजने के लिए आस-पास के इलाकों से सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है. घटना के बाद अधिकारियों ने लोगों से रेलवे ट्रैक के पास संदिग्ध गतिविधियों के प्रति सतर्क रहने की अपील की है.
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आपको बता दें कि हाल के दिनों में उत्तर प्रदेश से ऐसी ही कई घटनाएं सामने आई हैं. जिससे अधिकारियों की चिंता बढ़ गई है. 6 अक्टूबर को रायबरेली के रघुराज सिंह रेलवे स्टेशन के पास लोको पायलट ने पटरियों पर मिट्टी का ढेर देखा, जिसके बाद एक यात्री ट्रेन को कुछ समय के लिए रोक दिया गया.
वहीं, 2 अक्टूबर को कानपुर देहात जिले के अंबियापुर रेलवे स्टेशन के पास एक मालगाड़ी के लोको पायलट ने पटरियों पर रेलवे का एक अग्निशामक यंत्र देखा, जिसने समय रहते ब्रेक लगा दिया. इसके अलावा 22 सितंबर को एक मालगाड़ी के लोको पायलट ने पटरियों पर एक खाली गैस सिलेंडर देखा, जिसने कानपुर के प्रेमपुर रेलवे स्टेशन के पास आपातकालीन ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया था.