उत्तर प्रदेश के बांदा में एक शर्मनाक मामला सामने आया है. यहां बिजली विभाग के एक स्टाफ की करतूत ने पूरे विभाग की बदनामी करा दी. आरोप है कि बिजली विभाग के कर्मचारी बिजली बकाए के नाम पर वसूली का अजब-गजब खेल कर रहे थे और शराब पीने के लिए पैसा मांग रहे थे. जब इन्हें शराब पीने के लिए पैसा नहीं मिला तो उन्होंने तत्काल पीड़ित की बिजली काट दी.
पीड़ित ने बिजली इंजीनियर से शिकायत कर आरोपी कर्मचारी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है.फिलहाल बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता SE ने मामले को संज्ञान में लेकर EE को जांच के आदेश दिए हैं. SE का कहना है कि जांच के बाद कार्रवाई जरूर होगी.
मामले में पीड़ित शैलेन्द्र मिश्रा ने बताया कि बीते दिन संविदा लाइनमैन सचिव पांडेय उनकी दुकान पर आए. उन्होंने मीटर देखकर बिजली का बिल निकाला. शैलेंद्र ने बिल चुकाने के लिए दो चार दिन का समय मांगा. इसपर लाइनमैन उनके शराब पीने के लिए 300 रुपये की डिमांड कर दी. शैलेंद्र ने जैसे ही पैसे देने से मना किया तो लाइनमैनने अपने साथी कमर्चारियों को बुलाकर उनकी बिजली की लाइन कटवा दी.
पीड़ित ने यह भी बताया कि लाइन काटने के बाद उसने कहीं से पैसों की व्यवस्था की और विभाग में जाकर बिल जमा कराया, तब जाकर उनकी बिजली की लाइन जुड़ी. उन्होंने आगे बताया कि पूर्व में उनका बिल अधिक होने के कारण उन्होंने बीस हजार जमा किये थे जबकि बीस हजार के करीब बिल बाकी था.
पीड़ित दुकानदार बताया कि बकाया बिजली का बिल जमा करने के लिए दो से चार दिन का समय इसलिए मांग रहा था क्योंकि घर मे कैसंर जैसी गंभीर बीमारी से परिवार में हाहाकार मचा हुआ है. उन्होंने कहा कि बिजली से उनका व्यापार चलता है . पीड़ित ने बिजली घर जाकर मौजूद उपखंड अधिकारी SDO से लिखित शिकायत कर आरोपी लाइन के कारनामे की शिकायत कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है. फिलहाल विभाग के अफसरों ने जांच की बात कहते हुए कार्रवाई का भरोसा दिया है.