मासूम बच्चों को पालने के लिए मां को हरपल सतर्क रहना पड़ता है. ऐसे में जरा सी भी चूक में लेने के देने पड़ जाते हैं. कानपुर में एक ऐसी घटना घटी जहां बुधवार को एक मासूम बच्चा खेलते- खेलते घर के बाथरूम के अंदर पहुंच गया. वह वहां रखे टब के पानी में खेलने लगा. इसी दौरान वह अचानक पलटकर इसमें गिर गया. उसकी मां उस समय काम में लगी थी. कुछ देर बाद जब उसे बच्चे का ध्यान आया तो देखा बच्चा उसकी गोद को सुनी करके चला गया. अब घर में मातम पसरा हुआ है.
कानपुर के घाटमपुर इलाके में रहने वाले गोविंद सिंह की पत्नी प्राची अपने मायके आई हुई थी. उसके साथ उसके दोनों बच्चे भी थे जिसमें एक बेटी और दूसरा डेढ़ साल का मासूम बेटा सूर्यांश था. बुधवार को प्राची अपने घर के काम में लगी थी तभी सूर्यांश उसके बगल से खेलते-खेलते बॉथरूम तक पहुंच गया. प्राची कुछ देर पहले ही बाथरूम से नहा कर निकली थी इसलिए टब में पानी भरा हुआ था. सूर्यांश इस पानी से खेलने लगा तभी उसका बैलेंस बिगड़ और वह पानी भरे टब में गिर गया. बच्चा निकालने के लिए तड़पने लगा. खुद खड़ा हो पाना उसके लिए मुश्किल था और मां काम में व्यस्त थी तो कोई बचाने वाला नहीं था.
घटना के समय घर के लोग दूसरे कमरे में थे. कुछ देर बाद मां को ध्यान आया तो उसने बच्चे को देखना शुरू किया. उसने देखा कि बच्चा बाथरूम में पानी के टब में उल्टा पड़ा था. घर वाले तुरंत उसको लेकर अस्पताल पहुंचे लेकिन डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बाद पूरे घर में कोहराम मच गया. सभी लोग उसकी मां को लापरवाही का दोषी कहने लगे.
मौके पर घाटमपुर की पुलिस भी पहुंची लेकिन घर वालों ने बॉडी का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया. एसीपी रंजीत कुमार का कहना है 'बच्चे की मौत हुई थी, पुलिस गई थी लेकिन बच्चे की मौत पानी में खेलते हुए टब में गिर जाने से हुई है। घर वालों में पोस्टमार्टम करने से मना कर दिया. बहुत ही दुखद घटना है घर वालों ने बॉडी को दफना दिया है.'
कानपुर के लिए दुखद बात यह है कि पिछले दो सालों में अब तक तीन बच्चों की इस तरह मौत हो चुकी है जिसमें मां-बाप की जरा सी लापरवाही से बच्चे पानी में डूब गए. इसके पहले नजीराबाद इलाके में एक परिवार का बच्चा पानी के बाल्टी में डूब गया था. उसके बाद सचेंडी में भी एक बच्चा पानी भरी बाल्टी में डूब गया था.