उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों में यूपी के मिर्जापुर निवासी अखिलेश कुमार भी शामिल हैं. पिछले 16 दिन से वो सुरंग के अंदर फंसे हुए हैं. उनकी सलामती के लिए घर में प्रार्थनाओं का दौर जारी है. इस बीच जैसे ही खबर आई कि सभी मजदूर आज शाम तक बाहर आ सकते हैं, परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई. सभी टीवी के सामने बैठकर रेस्क्यू ऑपरेशन लाइव देख रहे हैं. अखिलेश की मां ने 'आज तक' से बात करते हुए कहा कि सुबह बेटे से फोन पर बात हुई थी. तब उसने बताया था कि शाम तक बाहर आ जाऊंगा.
बेटे से फोन पर हुई थी बात
चेहरे पर मुस्कान लिए अखिलेश कुमार की मां अंजू देवी कहती हैं- बेटे से आज फोन पर बात हुई है. उसने बताया कि आज बाहर निकलेंगे. मेरा लाल सही सलामत आएगा इससे ज्यादा खुशी की बात और क्या हो सकती है. आज सुबह से टीवी के सामने बैठे हैं. घर के सब लोग जुटे हैं. हम सब बहुत खुश हैं. जबसे वो (अखिलेश) सुरंग में फंसा था रोज पूजा-पाठ कर उसके लिए प्रार्थना करते थे.
अंजू देवी आगे कहती हैं- बेटे से जब सुबह फोन पर बात हुई तो उसने कहा कि मम्मी रो तो नहीं रही हो, तो मैंने कहा कि मैं क्यों रोऊं. मेरा बेटा बाहर आ रहा है. खुशी की बात है. मैं दिन-रात भगवान से तुम्हारे लिए प्रार्थना कर रही थी. आखिरकार आज भगवान ने मेरी सुन ली.
बकौल अंजू देवी- बेटे ने बताया था कि बस दो मीटर की खुदाई बची है. ये सुनते ही हम सबने राहत की सांस ली. क्योंकि इतनी खुदाई में बहुत वक्त नहीं लगने वाला था. फिलहाल, अखिलेश के घर के बाहर मीडिया का जमावड़ा है. गांव वालों की भीड़ जमा हो रही है. सभी गांव के लाल की सुरक्षित निकासी की कामना कर रहे हैं.
पूरा गांव खुश है
वहीं, 'आज तक' से बात करते हुए अखिलेश के पिता रमेश कुमार कहते हैं कि बड़ी खुशी की बात है. पूरा गांव खुश है. बेटे के बाहर आने के बाद जश्न मनेगा. लोग पटाखे फोड़ेंगे. आतिशबाजी करेंगे. दिवाली जैसा जश्न मनेगा. क्योंकि, बीते 16 दिन बहुत कठिन रहे हैं. बेटे के लिए पल-पल इंतजार किया. आज ऊपर वाले ने मनोकामना पूर्ण की. खुशी बयां नहीं कर सकते.
बता दें कि अखिलेश कुमार अदलहाट थाना क्षेत्र के घरवासपुर गांव के रहने वाले हैं. वो उत्तरकाशी में नवयुवा कंट्रक्शन कंपनी में पिछले तीन साल से सुपरवाइजरी का काम कर रहे थे. जिस वक्त निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा अचानक टूटा, वो भी उसके अंदर थे. पिछले 16 दिन से अखिलेश उसी में फंसे हुए हैं.
जब इस हादसे की जानकारी अखिलेश के परिजनों को मिली थी, तो घर में शोक की लहर दौड़ गई थी. घर वाले हर दो घंटे में दिए गए हेल्प लाइन नंबर पर फोन कर अखिलेश की हाल-खबर ले रहे थे. वहां से उन्हें अखिलेश के सुरक्षित होने की बात कही जा रही है, लेकिन परिजन बेहद परेशान थे. मगर अब उनके चेहरे पर मुस्कान वापस लौटी है.
प्रेग्नेंट पत्नी को नहीं दी गई थी जानकारी
टनल में फंसे अखिलेश की पत्नी प्रेग्नेंट हैं. उसे सदमा न लगे इसलिए हादसे की खबर उसे नहीं बताई गई थी. हादसा दिवाली के दिन हुआ था. अखिलेश की प्रेग्नेंट पत्नी को इस पूरे घटनाक्रम में आज बताया गया.
रेस्क्यू ऑपरेशन अंतिम चरण में
गौरतलब है कि उत्तरकाशी सुरंग में चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन अंतिम चरण में है. टनल में फंसे 41 मजदूरों को किसी भी वक्त बाहर निकाला जा सकता है. सुरंग में खुदाई पूरी हो गई है. 800 मिमी व्यास का पाइप भी डाला जा चुका है. NDRF की टीम पाइप के जरिए मजदूरों तक पहुंच गई है. ये टीम मजदूरों को पाइप के जरिए बाहर निकालने में मदद करेगी. उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही मजदूरों को बाहर निकाला जा सकता है. रेस्क्यू टीमों ने मजदूरों के परिजनों से उनके कपड़े और बैग तैयार रखने को कहा है. मजदूरों को निकालने के बाद उन्हें हॉस्पिटल ले जाया जाएगा. सुरंग के बाहर सारी तैयारी कर ली गई है. देश-दुनिया की नजरें उसपर टिकी हैं.