Pm Modi in Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर उत्साह चरम पर है. अब से थोड़ी देर बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Pm Modi) प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होंगे लेकिन उससे पहले पीएमओ की तरफ से एक वीडियो जारी किया गया है. ये वीडियो अयोध्या में बने भव्य और दिव्य राम मंदिर का है और इस पीएम मोदी के हेलीकॉप्टर से शूट किया गया है.
इस वीडियो में आसमान से राम मंदिर नजर आ रहा है. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अयोध्या पहुंच चुके हैं और तमाम वीआईपी मेहमानों के आने का सिलसिला भी जारी है. राम मंदिर की अनुपम छटा पर जिसकी भी नजरें जा रही हैं वो हटने का नाम नहीं ले रही हैं.
फिल्मी सितारों का भी लगा जमावड़ा
500 साल के लंबे इंतजार के बाद Ayodhya में आज रामलला पधारने वाले हैं. यही वजह है कि पूरे देश में दिवाली जैसा माहौल है. हर कोई राममय हो चुका है. प्रभु श्रीराम की भक्ति में देश-विदेश के लोग रमे हैं. राम की जन्मभूमि अयोध्या नगरी को हजारों क्विंटल फूलों से दुल्हन की तरह सजाया गया है. चारों ओर उत्सव जैसा माहौल है और राम की नगरी में बॉलीवुड सितारों का भी जमावड़ा लगने लगा है.
इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनने के लिए कई सेलेब्स अयोध्या नगरी पहुंच चुके हैं. अमिताभ बच्चन, रजनीकांत, रामचरण तेजा जैसे फिल्मी सितारे पहुंच चुके हैं जबकि रणबीर कपूर, आलिया भट्ट, विवेक ओबरॉय, जैकी श्रॉप, जैसे फिल्म स्टार भी पहुंच रहे हैं.
12 बजे के बाद है शुभ मुहूर्त
अब बात अगर अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के शुभ मुहूर्त की करें तो दोपहर 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड के बीच है. इसी दौरान अयोध्या में नए मंदिर में भगवान राम की प्राण-प्रतिष्ठा होगी. इसी अभिजीत के 84 सेकंड में धार्मिक क्रियाएं संपन्न की जाएंगी.
आज सुबह सबसे पहले दैनिक मंडप में उन देवताओं का पूजन होगा, जिनका आह्वान किया गया है. भगवान रामलला को जगाया जाएगा. इस दौरान विशेष मंत्रों का उच्चारण किया जाएगा. फिर भगवान राम को स्नान कराया जाएगा. उसके बाद विधिवत श्रृंगार होगा.
यह अनुष्ठान काशी के प्रख्यात वैदिक आचार्य गणेश्वर द्रविड़ और आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित के निर्देशन में 121 वैदिक आचार्य संपन्न कराएंगे. इस दौरान 150 से ज्यादा परंपराओं के संत-धर्माचार्य और 50 से अधिक आदिवासी, गिरिवासी, तटवासी, द्वीपवासी, जनजातीय परंपराओं की भी उपस्थिति होगी.