मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में जनता दर्शन में लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं. इस दौरान अपनी मां के साथ आई एक बच्ची से उन्होंने मजाकिया अंदाज में बात की. उन्होंने बच्ची से पूछा कि किस क्लास में पढ़ती हो ? बच्ची ने कोई जवाब नहीं दिया तो सीएम ने पूछा 2, 4 या 8 अरे किस क्लास में पढ़ती हो? बच्ची झिझकी तो मुख्यमंत्री ने पूछा अच्छा स्कूल का नाम बताओ. इसके बाद बच्ची को चॉकलेट देते हुए वह आगे बढ़ गए.
समस्या लेकर आए लोगों से मुख्यमंत्री ने कहा, ‘घबराइए मत, हर समस्या का समाधान सुनिश्चित कराएंगे. हर पीड़ित की शिकायत का प्रभावी निस्तारण कराया जाएगा.’ जनता दर्शन में मुख्यमंत्री ने पास में मौजूद अधिकारियों को निर्देशित किया कि हर पीड़ित व्यक्ति की समस्या पर संवेदनशीलता से ध्यान दें और उसका समयबद्ध, गुणवत्तापूर्ण व पारदर्शी निस्तारण कराएं.
बुधवार सुबह गोरखनाथ मंदिर परिसर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने आयोजित जनता दर्शन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करीब 200 लोगों की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को उनका समाधान करने के निर्देश दिए. जनता दर्शन में महिलाओं की संख्या अधिक रही. कुर्सियों पर बैठाए गए लोगों तक मुख्यमंत्री खुद पहुंचे. एक-एक कर और इत्मीनान से सबकी समस्याएं सुनीं. उन्हें आश्वस्त किया कि वह सभी की समस्याओं का समाधान सुनिश्चित कराएंगे. किसी को भी घबराने की आवश्यकता नहीं है. अधिकारियों को निर्देश दिया कि हर समस्या का निस्तारण त्वरित, गुणवत्तापूर्ण और संतुष्टिप्रद होना चाहिए. कुछ लोगों द्वारा जमीन कब्जाने की शिकायत पर उन्होंने कठोर कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने अफसरों को यह निर्देश भी दिए कि यदि किसी प्रकरण में पीड़ित को लगातार परेशानी का सामना करना पड़ा है तो इसकी भी जांच कर जवाबदेही तय की जाए.
जनता दर्शन में कुछ लोग इलाज में आर्थिक मदद की गुहार लेकर पहुंचे थे. मुख्यमंत्री ने उनसे कहा कि इलाज में धन की कमी बाधक नहीं होगी. उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि इलाज में अस्पताल के इस्टीमेट की प्रक्रिया को जल्द पूर्ण कराकर शासन में भेजें. मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से इलाज के लिए पर्याप्त राशि दी जाएगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता दर्शन में परिजनों के साथ बच्चों पर खूब प्यार-दुलार बरसाया. उन्होंने इन बच्चों से बात कर उनकी पढ़ाई के बारे में जानकारी ली और चॉकलेट गिफ्ट करते हुए आशीर्वाद दिया.