यूपी के मेरठ में साल भर पहले एक महिला का शव बोरे में बंद मिला था. काफी खोजबीन के बाद भी उस शव की शिनाख्त नहीं हो पाई थी. पुलिस ने काफी हाथ-पैरे मारे लेकिन शव के बारे में कुछ पता नहीं लगा सकी. लेकिन अब शव की पहचान हो गई है. मृतका बिहार की रहने वाली है.
व्हाट्स ऐप पर उसकी फोटो देखकर परिजनों ने उसे पहचान लिया. आशंका जताई जा रही है कि महिला के पति ने उसकी हत्या की होगी. अब हत्यारोपी पति की तलाश की जा रही है. मेरठ पुलिस ने इस मामले में खुलासा किया है. आइए जानते हैं पूरा मामला...
दरअसल, एक साल पहले खरखौदा थाना क्षेत्र के जमुनानगर इलाके में बोरे के अंदर एक महिला की लाश मिली थी. लाश मिलने के बाद जब इलाके के सीसीटीवी देखे गए तो एक शख्स बोरे को कंधे पर रख कर गलियों में घूम रहा था. फिर मौका मिलते ही उसने बोरे को फेंक दिया. जब उसको खोला गया तो उसमें महिला की लाश थी. सीसीटीवी सामने आने के बाद पुलिस ने महिला की पहचान की बहुत कोशिश की लेकिन लाश की पहचान नहीं हो सकी.
साल भर बाद हुई लाश की पहचान
पुलिस ने इलाके में मुनादी भी कराई और घर-घर जाकर लाश के फोटो भी दिखाए. मगर कुछ पता नहीं चला. हालांकि, अब एक साल बाद उस लाश की पहचान बिहार के किशनगंज इलाके की रहने वाली परवीना के रूप में हुई है. परवीना का 1 साल से परिवार से कोई संपर्क नहीं हुआ था. परवीना की शादी मेरठ में हुई थी और आशंका है कि उसके पति ने ही उसका कत्ल किया है. कत्ल के बाद उसकी लाश को बोरे में डालकर फेंक दिया.
पुलिस ने परवीना के परिजनों से बात की तो पता चला परवीन का निकाह मेरठ निवासी साजिद से हुआ था. साजिद का दूसरा निकाह था. परवीना के परिजन गरीब हैं और पिता दिव्यांग हैं. इसलिए वो मेरठ नहीं आ पाए थे. व्हाट्स ऐप पर परवीना के परिजनों को उसकी फोटो भेजी गई. तब जाकर उसकी शिनाख्त हुई.
मामले में मेरठ के एसएसपी रोहित सिंह ने बताया कि थाना खरखौदा के अंतर्गत लगभग एक साल पूर्व अज्ञात महिला का शव बोरे के अंदर बरामद हुआ था. शव की शिनाख्त करने का काफी प्रयास किया गया लेकिन उसकी पहचान नहीं हो पाई थी. लगातार इसमें प्रयास किया जा रहा था. कल (26 फरवरी) इस अज्ञात महिला के शव की शिनाख्त बिहार की महिला के रूप में हुई है, जो अपने पति के साथ यहां पर रहती थी. शुरुआत में पति पर ही शक है. फिलहाल, जांच-पड़ताल जारी है.