उत्तर प्रदेश के बांदा से सनसनीखेज मामला सामने आया है. उस महिला जज को धमकी भरी चिट्ठी मिली है, जिसने कुछ महीने पहले चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को चिट्ठी लिखकर इच्छा मृत्यु की इजाजत मांगी थी. महिला जज के शिकायत के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है. पुलिस ने जज की शिकायत पर कोतवाली में मुकदमा दर्ज की है. पुलिस का कहना है कि मामले में आगे की जांच शुरू कर दी गई है.
जानकारी के मुताबिक, महिला जज ने पुलिस शिकायत के दौरान के बताया कि एक शख्स ने उन्हें धमकी भरा पत्र भेजा है. बाकायदा लिफाफे पर नाम, पता और मोबाइल नंबर लिखा है. जज ने शिकायत में आगे लिखा है कि उनके द्वारा यौन उत्पीड़न की दी गई एक शिकायत पर प्रयागराज हाई कोर्ट जांच कर रहा है, जो अभी लंबित है. हो सकता है इसी कारण उन्हें जान से मारने की धमकी वाला पत्र भेज दिया गया हो.
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'पुलिस से सहायता करने की गुहार लगाई महिला जज'
शिकायत में यह भी लिखा है कि लिफाफे में लिखे नाम, पता और मोबाइल नंबर भी फर्जी हो सकते हैं. यदि पुलिस डाकघर का सीसीटीवी खंगाले, तो पूरे मामले का पर्दाफाश हो सकता है. जज का कहना है कि वह धमकी से भयभीत हैं. उन्होंने पुलिस से सहायता करने की गुहार भी लगाई है. साथ ही उन्होंने पुलिस कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है.
'महिला जज ने चीफ जस्टिस से मांगी थी इच्छा मृत्यु'
बता दें कि इससे कुछ महीने पहले महिला जज ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को चिट्ठी लिखकर इच्छा मृत्यु की इजाजत मांगी थी. महिला जज ने बताया था कि उनके साथ काफी अपमानजनक बर्ताव किया गया है, जिससे वो काफी आहत हैं, अब वो मरना चाहती हैं. जिसकी उन्हें इजाजत दी जाए. सीजेआई ने इस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट से रिपोर्ट मांगी थी.
मामले में SHO ने कही ये बात
एसएचओ कोतवाली नगर अनूप दुबे ने बताया कि मामले में तत्काल संज्ञान लेते हुए महिला जज के सिकायत पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है. आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है. मामले में सीसीटीवी फुटेज खंगाले जाएंगे. जिसने भी ऐसा किया होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.