उत्तर प्रदेश के कानपुर स्थित करौली आश्रम आए एक युवक ने आत्महत्या कर ली. युवक पश्चिम बंगाल के दिनाजपुर से अपनी मां और बहन का इलाज कराने उन्हें आश्रम लाया था. पुलिस ने जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. वहीं, आश्रम के मीडिया प्रभारी ने कहा कि इस मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है.
दरअसल, मामला कानपुर के बिधनू इलाके का है. यहां पश्चिम बंगाल के दिनाजपुर से अजय चौहान अपनी मां ललिता और बहन रीना का इलाज कराने करौली आश्रम आया था. वहां उनका इलाज चल रहा था. अजय अपनी मां और बहन की बीमारी के कारण परेशान रहता था. इस कारण कई बार वह डिप्रेशन में भी चला जाता था. इसी के चलते उसने करौली आश्रम के पास पिपराइज गांव में पेड़ से लटकर आत्महत्या कर ली.
इस मामले में कोई जानकारी नहीं- आश्रम
करौली आश्रम के मीडिया प्रभारी बृजेंद्र सिंह ने कहा कि युवक की आत्महत्या के मामले में आश्रम का कोई लेना देना नहीं है. मृतक ने आश्रम से काफी दूर जाकर सुसाइड किया है. उन्हें पुलिस ने इस पूरी घटना की जानकारी दी. साथ ही कहा कि उनके आश्रम में रोज कई हजार लोग इलाज के लिए आते हैं. इस कारण उन्हें मृतक व्यक्ति के बारे में जानकारी नहीं है.
डिप्रेशन के कारण सुसाइड
मृतक की बहन रीना चौहान ने बताया, भैया (अजय चौहान) भी बीमार रहते थे. वह घर में भी डिप्रेशन में रहते थे. इस कारण कई बार वह खाना भी नहीं खाते थे. हमारे समझाने पर भी वह परेशान ही रहते थे और इस कारण उन्होंने सुसाइड कर लिया होगा.
वहीं, इस मामले में एसीपी दिनेश शुक्ल ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया है. मृतक अजय चौहान के घरवालों ने किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया है.