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UP: बीच बाजार में युवक को मारी गोली, 20 दिन पहले दी थी फोन पर धमकी

बांदा के नरैनी थाना क्षेत्र में कार सवार बदमाशों ने ऋषभ द्विवेदी को गोली मार दी. 20 दिन पहले आरोपी सिंकू त्रिपाठी ने फोन पर जान से मारने की धमकी दी थी. आरोप है कि पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. गंभीर रूप से घायल ऋषभ का इलाज जारी है. एसपी की फटकार के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया हया है.

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अस्पताल में ऋषभ द्विवेदी.
अस्पताल में ऋषभ द्विवेदी.

उत्तर प्रदेश के बांदा में बजरंग चौराहे पर दिनदहाड़े एक युवक को गोली मार दी गई. इससे इलाके में दहशत फैल गई. घटना तब हुई जब पीड़ित ऋषभ द्विवेदी अपनी मां के साथ अस्पताल से लौट रहा था. कार सवार बदमाशों ने उसकी बाइक को रोककर पहले जबरन गाड़ी में बैठाने की कोशिश की और जब उन्होंने विरोध किया, तो उस पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं. गंभीर रूप से घायल ऋषभ को इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर किया गया है.

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20 दिन पहले मिली थी जान से मारने की धमकी

दरअसल, हमलावर सिंकू त्रिपाठी ने 20 दिन पहले ही ऋषभ को फोन पर धमकी दी थी, जिसका ऑडियो भी वायरल हुआ था. पीड़ित ने इसकी शिकायत पुलिस में की थी, लेकिन आरोप है कि पुलिस ने शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया और मामले में समझौता करवा दिया. अगर समय रहते एक्शन लिया जाता, तो शायद यह घटना नहीं होती.

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कैसे हुआ हमला?

घटना बांदा जिले के नरैनी थाना क्षेत्र के बजरंग चौराहे की है. ऋषभ अपनी मां के साथ दवा लेकर लौट रहा था. तभी कलिंजर रोड पर अचानक एक कार ने उसकी बाइक को रोक लिया. गाड़ी में सवार बदमाशों ने पहले उसे जबरन गाड़ी में बैठाने की कोशिश की, लेकिन जब ऋषभ ने इनकार किया, तो ड्राइविंग सीट पर बैठे युवक ने तमंचा निकालकर फायरिंग शुरू कर दी. गोली लगने के बाद हमलावर फरार हो गए.

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स्थानीय लोगों ने घायल ऋषभ को तुरंत सीएचसी नरैनी पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल बांदा रेफर कर दिया. डॉक्टरों के मुताबिक, ऋषभ के हाथों और छाती में गोली के छर्रे लगे हैं. फिलहाल उसकी हालत नाजुक बनी हुई है.

हमलावर की पहचान और पुरानी रंजिश

पीड़ित के अनुसार, हमलावर सिंकू त्रिपाठी ने आपसी विवाद के चलते इस वारदात को अंजाम दिया. सिंकू की ससुराल ऋषभ के गांव में है और उसे शक था कि ऋषभ उसकी ससुराल पक्ष की किसी महिला से बात करता है. इसी संदेह के चलते उसने पहले फोन पर जान से मारने की धमकी दी थी और अब हमला कर दिया. ऋषभ के परिवार का आरोप है कि जब 20 दिन पहले पुलिस को शिकायत दी गई थी, तब अगर समय पर कार्रवाई होती तो यह घटना टल सकती थी. लेकिन पुलिस ने पैसे लेकर मामले को दबा दिया और अब गोलीकांड होने के बाद कार्रवाई कर रही है.

मामले में पुलिस ने कही ये बात

घटना के बाद बांदा के पुलिस अधीक्षक (SP) अंकुर अग्रवाल ने लापरवाह पुलिसकर्मियों को फटकार लगाई, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और मुकदमा दर्ज किया गया. वहीं, डीएसपी अम्बुजा त्रिवेदी ने बताया कि आरोपी सिंकू त्रिपाठी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है.

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