मेरठ के लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगा है. बताया जा रहा है कि एक जिंदा युवक को मृत घोषित कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया. घटना मेरठ के सरूरपुर थाना क्षेत्र के गांव गोटका के निवासी शगुन की है, जो बुधवार रात अपने छोटे भाई प्रिंस के साथ बाइक से गंगनहर पटरी से खतौली जा रहा था. रास्ते में उनकी बाइक को एक अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी, जिससे दोनों भाई गंभीर रूप से घायल हो गए.
घायलों को सीएचसी ले जाया गया, जहां शगुन की गंभीर हालत को देखते हुए उसे मेरठ के लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया. वहां घंटों इलाज के बाद शगुन को मृत घोषित कर दिया गया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया. जब उसे स्ट्रेचर पर ले जाया जा रहा था, तो परिजनों ने दावा किया कि उन्होंने शगुन की सांसें चलती हुई देखीं और उसे थोड़ा हिलते और कराहते सुना.
मृतक के परिजनों ने डॉक्टर पर लगाए गंभीर आरोप
इसके बाद परिजनों के एतराज पर उसे वापस ICU में ले जाया गया, लेकिन फिर उसे मृत घोषित कर दिया गया. मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर अखिल प्रकाश शर्मा ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि शगुन दिमागी रूप से मृत हो चुका था और 10 घंटे तक उसे बचाने की कोशिश की गई, लेकिन सफलता नहीं मिली.
जिंदा युवक को पोस्टमार्टम कराने का आरोप
डॉक्टरों का कहना है कि जब पुलिस उसे लेने आई, तब मशीनों से दी जा रही सांस को हटाया गया. परिजनों के आग्रह पर उसे दोबारा ICU में चेक किया गया, लेकिन तब भी उसमें कोई जान बाकी नहीं थी. डॉक्टरों ने इसे पूरी तरह से गलतफहमी करार दिया है. पीड़ित परिवार की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.