झांसी के रानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में आग की दुर्घटना में 10 बच्चों की दुखद मृत्यु हो गई. आग बुझाने में हुई लापरवाही के कारण सुरक्षा उपायों पर सवाल खड़े हो रहे हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, इस तरह की परिस्थितियों में मल्टी-पर्पस फायर एक्सटिंग्युशर का उपयोग नहीं करना चाहिए था, क्योंकि इससे निकलने वाला पाउडर सांस लेने में कठिनाई उत्पन्न कर सकता है. कार्बन डाइऑक्साइड बेस्ड गैसियस फॉर्मेन का उपयोग अधिक सुरक्षित होता. इस घटना ने अस्पतालों में आग से सुरक्षा के नए मानकों की आवश्यकता को उजागर किया है.