क्या मंगलवार-बुधवार रात में संगम नोज के अलावा औऱ भी भगदड़ हुई थी? क्या DIG वैभव कृष्ण ने झूंसी में हुई भगदड़ जैसी स्थिति पर पूरा सच नहीं बताया है? क्या मौत का आंकड़ा केवल 30 लोगों का ही है? पांच शवों की शिनाख्त ही करनी बची थी तो पोस्टमार्टम हाउस में 24 शवों की तस्वीर बाद में क्यों लगाई गई? महाकुंभ में जो लापता हुए, वो कहां गए?