उत्तर प्रदेश की अधीनस्थ सेवा चयन आयोग कुछ नौकरियों देता है तो मुख्यमंत्री तक से नियुक्ति पत्र बंटवाकर वाहवाही बंटोरता है लेकिन 2018 की भर्तियां पांच साल बाद भी पूरी ना कर पाने का सच भी है. जहां अब लाचार बेरोजगार युवा ई रिक्शा चलाकर, छोटी दुकान चलाकर परिवार पालने के लिए मजबूर छोड़े गए. देखें ये वीडियो.