इंसानों की तरह गाय-भैंस भी बीमार पड़ती हैं. इनमें कुछ रोग ऐसे होते हैं जिनके चलते उनकी जान चली जाती है.
यहां हम गाय-भैंस को होने वाली 4 जानलेवा बीमारियों के बारे में बता रहे हैं.
गाय-भैंस में ये रोग पास्चुरेला मल्टोसीडा' नामक जीवाणु के संक्रमण से होता है. बरसात में यह बीमारी ज्यादा फैलती है.
लक्षणों की यदि बात करें तो शरीर का तापमान बढ़ना, सुस्त होना, गला सूजना, खाना निगलने में कठिनाई होना होता है.
उपचार में देरी पर इस बीमारी से पीड़ित पशु 6 से 24 घंटे के भीतर मर जाता है.
खुरपका-मुंहपका गाय-भैस में होने वाला कॉमन रोग है. आमतौर पर पशु इससे ठीक हो जाते हैं.
हालांकि, लापरवाही बरतने पर मौत तक हो जाती है. यह संक्रमण तेजी से फैलता है. इससे पशु बेहद कमजोर हो जाता है.
ट्यूबरक्यूलोसिस यानी सूखी खांसी. मनुष्यों के अलावा पशुओं खासकर गाय-भैंसों में भी ये बीमारी होती है.
इस बीमारी में पशु कमजोर और सुस्त हो जाता है. कभी- कभी नाक से खून निकलने लगता है. सूखी खांसी हो जाती है.
उपचार में देरी के चलते इस बीमारी से पशुओं की जान जा सकती है.
एंथ्रेक्स पशुओं में होने वाला भयानक संक्रामक रोग है. इस रोग में पशु जल्दी ही दम तोड़ देता है.
इसमें पशु के नाक, पेशाब अन्य हिस्से से ब्लड आने लगता है. पेट पर सूजन आ जाती है.